उज्जैन, (हरिओम राय) अग्निपथ। सुप्रसिद्ध कथाकार सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन 4 अप्रैल से हो रहा है, जिसमें अपार जनसमुदाय उमड़ेगा। कथा के मद्देनजर श्री महाकालेश्वर मंदिर में भी नई दर्शन व्यवस्था बनानी होगी, ताकि ऐनवक्त पर श्रद्घालुओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
पं. मिश्रा की शिवमहापुराण की कथा 4 से 10 अप्रैल के बीच बडऩगर रोड पर होना है। अभी तक अलग-अलग स्थानों पर हुई शिवमहापुराण की कथा में आये श्रद्धालुओं के आंकड़ों से तय है कि उनकी कथा में 8 से 10 लोगों की भीड़ लगभग रोज ही उमड़ती है और अंतिम दिनों में आंकड़ा रिकार्डतोड़ होता है। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जैसे काशी, नासिक, बैजनाथ आदि स्थानों पर हुई शिव महापुराण में तो रोज 10 से 15 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का रिकार्ड है।
पर्व-त्यौहार की तरह करना होगी दर्शन व्यवस्था
विशेष पर्व जैसे सोमवती अमावस्या, सावन सोमवार व अन्य पर्व के दौरान ंरहने वाली दर्शन व्यवस्था पं. मिश्रा की शिव महापुराण कथा के दौरान भी रखना होगी। इस दौरान गर्भगृह में प्रवेश निषेध, स्पर्श दर्शन की अनुमति जारी नहीं करने, दर्शनार्थियों को रोकने के लिए जिगजैग की व्यवस्था बनाना, व्यवस्था बनाने के लिए कर्मचारियों का इजाफा, लड्डू प्रसादी की संंख्या को बढ़ाना सहित कई कदम उठाना जरूरी हैं।
पुलिस-प्रशासन के लिए भी चुनौती
शिव महापुराण की कथा में आने वाले श्रद्धालुओं को संभालना पुलिस-प्रशासन के लिए भी चुनौती होंगे। कथास्थल भले ही शहर से बाहर है लेकिन ये लाखों लोग शहर में भी घूमेंगे, बाजार में खरीदारी करेंगे, शिप्रा स्नान करेंगे और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करेंगे। ऐसे में शहर की यातायात व्यवस्था, बाजार व्यवस्था, शिप्रा किनारे स्नान व्यवस्था आदि पर भी प्रशासन को ध्यान देना होगा। जिसके प्रति अभी तक प्रशासनिक सजगता कहीं नजर नहीं आ रही है।