नगर निगम के जवाबदारों को पता नहीं, करीब 70 क्विंटल लकड़ी चोरी
देवास, अग्निपथ। शहर के प्रमुख स्थल से श्मशान में चिताओं के इस्तेमाल के लिये रवाना हुई लकडिय़ों से भरे वाहन रास्ते में ही गायब हो गये। नगर निगम प्रशासन के जवाबदारों को चिता की करीब 70 क्विंटल लकडिय़ों की इस चोरी का पता नहीं है।
प्राप्त जानकारी अनुसार 24 मार्च को शहर के प्रमुख मार्ग सिटी कोतवाली के समीप एवं खेड़ापति मंदिर के समक्ष स्थित अशोक का करीब 70-80 वर्ष पुराना वृक्ष काटा गया था। शहर में कहीं भी काटे जाने वाले वृक्ष की लकडिय़ों को श्मशान भेजा जाता है। सुनने में आ रहा है कि मौके पर स्थित कविता मेडिकल स्टोर्स के संचालक द्वारा खेड़ापति मंदिर के समक्ष अशोक के पुराने वृक्ष की कटाई के लिये 60 हजार रूपये भी खर्च के निमित्त दिये गये।
कटाई के बाद वृक्ष की सारी लकडियां श्मशान भेजी जानी थी, लेकिन कटाई के उपरांत निकली करीब 80 क्विंटल लड़कियों में से छोटी एवं पतली मात्र 10 क्विंटल 80 किलो लकडिय़ों को लेकर एक वाहन (एमपी 41 जीए 2366) ही श्मशान पंहुचा। जबकि वृक्ष के मोटे तने या शाखाओं से भरे तीन पिकअप वाहन श्मशान पहुंचने से पहले रास्ते में ही गायब हो गये। चोरी हुए लकडिय़ो से भरे तीन वाहनों का तीन दिन बीतने के बाद भी कोई अता पता नहीं है।
तीन दिन बाद श्मशान में पदस्थ निगम के दरोगा कमल नरवले एवं व्यवस्थापक मोहन ने बताया कि अशोक के वृक्ष से भरा हुआ एक छोटा वाहन ही आया है। जिसमे मात्र 10 क्विंटल 80 किलो लकडिय़ा भरी हुई थी। बाकी वाहन श्मशान में नहीं पंहुचे है।
लकडिय़ों से भरे गायब वाहनों के बारे में निगम के इंजीनियर जितेन्द्र सिसोदिया से जानकारी ली गयी तो उन्होंने सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित करने के पश्चात वृक्ष काटने वाले ठेकेदार एवं सम्बंधित दोषियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाने की बात कही है।
दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करवाएंगे
श्मशान पहुंचने से पूर्व ही लकडिय़ों के वाहन गायब होना या लकड़ी की चोरी की यह घटना गंभीर है। उक्त अंतिम संस्कार में उपयोग की जाती है। श्मशान की लकड़ी चुराने का यह दुष्कृत्य किसने किया है इसकी जानकारी हासिल कर उनके विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई करवाई जाएगी। – दुर्गेश अग्रवाल, महापौर प्रतिनिधि