बिरजू महाराज की स्मृति में नृत्यांतर संगीत महोत्सव आयोजित

उज्जैन, अग्निपथ। पद्मा विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी की स्मृति में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से नृत्यांतर संगीत कला संस्थान उज्जैन द्वारा आयोजित नृत्यांतर संगीत महोत्सव 2023 की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में पद्म श्री डॉ. पुरु दाधीच तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित डॉ. विभा दाधीच उपस्थित रही।

अध्यक्षता वरिष्ठ नृत्य गुरु पं. कृष्ण मोहन महाराज ने की। कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों द्वारा मां शारदा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पद्म विभूषण पं. बिरजू महाराज के चित्र पर पुष्पार्चन किया गया। संस्थान की निर्देशिका सुश्री हीना वासेन द्वारा सभी अतिथियों का मोती माला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। कथक गुरु पं. कृष्ण मोहन महाराज को उनके कथक जगत में बहुमूल्य योगदान के लिए नृत्यांतर संगीत कला संस्थान द्वारा कथक नटवर सम्मान अर्पित किया गया।

पद्मश्री डॉ. पुरू दाधीच द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त कला प्रेमियों का मार्गदर्शन किया गया तथा भारतीय कला परंपरा से परिचित कराया। डॉ. विभा दाधीच ने कला जगत के व्यवहारिक पक्षों को व्यक्त किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में गुरु पंडित कृष्ण मोहन महाराज द्वारा अपने अनुभवों को साझा किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के आरंभ में सुश्री हिना वासेन द्वारा एकल कथक नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसमें स्वर्गीय पद्मविभूषण पं. बिरजू महाराज जी की संगीत रचना अर्धांग प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात इंदौर की डॉ. मेघा शर्मा जादौन ने अपनी शिष्याओं खुशी जोशी, श्रेया ठाकुर, अनुष्का साहू के साथ शिव अराधना डमरु हर हर बाजे की नृत्य प्रस्तुति दी। नृत्यांतर संगीत कला संस्थान की शिष्याओं प्रशंसा त्रिवेदी, साक्षी धर्मदासानी, दक्षिता शाक्य, पूजा पोरवाल, अंजली कृपलानी, अनन्या योगी, अनामिका चौहान ने समूह कथक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी, जिसकी पद्मश्री पुरु दाधीच तथा पं. कृष्ण मोहन महाराज द्वारा प्रशंसा की गई।

कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति दिल्ली से आए गुरु पं. कृष्ण मोहन महाराज के निर्देशन में अभ्यास कथक ग्रुप द्वारा नृत्य तरंग एवं उल्लास नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसमें युवा कलाकार मीनू गारू, हिना वासेन, हैप्पी बिसवास एवं सोनम चौहान द्वारा अमीर खुसरो की सूफी रचना ऐ री सखी पिया घर आए पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्तुति में नृत्य संरचना गुरु पं. कृष्ण मोहन महाराज द्वारा की गई। नगर के वरिष्ठ कला गुरु पंडित बालकृष्ण महंत, राजेंद्र आर्य, श्रीमती पद्मजा रघुवंशी आदि ने युवा कलाकारों को आशीर्वाद प्रदान किया।

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