उज्जैन,अग्निपथ। कर्मचारियों के भविष्य निधि को केश करने के लिए आरोपियों ने हद पार कर दी। उन्होंने एक ठेले वाले के खाते मेंं भी ६० लाख रुपए डाले थे। जांच के बाद पुलिस ने ईनामी आरोपी शैलेंद्रसिंह सिकरवार के साथ उसे भी पकड़ा और दोनों को मंगलवार को चार दिन के रिमांड पर ले लिया। अब पुलिस रिकवरी के लिए आरोपियों की संपत्ति का पता लगाने में जूटी हुई है।
अंकपात मार्ग निवासी शुभम बामोरी मंडी में फल-फ्रूट का ठेला लगाता है। सेंटपाल स्कूल मार्ग पर रहने वाला सटोरिया सुशील परमार उसका दोस्त है। सुशील को रिपुदमन सट्टा लगाने के लिए गबन की राशि में से लाखों रुपए ट्रांसफर करता था। सुशील ने ऐसे ही कराीब ६० लाख रुपए शुभम के खाते में ट्रांसफर करवा दिए। रिपुदमन द्वारा शुभम का नाम बताने पर पुलिस ने उसका खाता चैक किया तो ट्रांजेक्शन सामने आ गया। इस पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मामले में पांच हजार के इनामी सिकरवार कोर्ट में सरेंडर का प्रयास कर रहा था। पता चलते ही पुलिस ने उसकी योजना फेलकर पकड़ लिया। दोनों को मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेशकर पुलिस ने ८ अप्रैल तक के लिए रिमांड पर ले लिया।
9 धराए, 5 की तलाश
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में ६८ कर्मचारियों के डीपीएफ खाते से१३.५४ करोड़ रुपए के गबनकांड में अब तक ९ आरोपी बन चुके हैं। इनमें से पूर्व जेल अधीक्षक उषाराज, उसका राजदार जगदीश परमार, जेल में लेखा-जोखा देखने वाला प्रहरी रिपुदमन, शैलेंद्र, सट्टा खाईवाल रोहित चौरसिया, रिंकू मांदरे, हरीश गेहलोद, धर्मेद्र उर्फ रामजाने व शुभम गिरफ्त में आ चुके हैं। अब प्रहरी धर्मेद्र लोधी, सटोरिए सुशील परमार, पिंटू तोमर,अमित मीणा, ललित मंगेश की तलाश है।
जेल में फिर खेल का प्रयास
गबन कांड खुलने का परिणाम है कि कैदियों को धमकी मारपीट और वसूली का भी पर्दाफाश हो गया। ब्लैकमेल कर जबरिया वसूली के दो प्रकरणों का आरोपी जगदीश करणसिंह के केस में बुधवार तक रिमांड पर है। उसका साथी प्रहरी देवेंद्रसिंह फरार है। वहीं दीपक माली मामले के दूसरे आरोपी डिप्टी जेलर प्रवीण मालवीय भागे नहीं है। इधर सूत्रों का कहना है कि गबन व जबरिया वसूली का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि जेल में कैदियों से फिर वसूली के प्रयास शुरू हो गए है।
संपत्ति की खोज
खास बात यह है कि 10 मार्च को उजागर हुए गबन कांड को एक माह होने का आया। पुलिस ने मुख्य आरोपियों सहित नो को पकड़ भी लिया। गबन की राशि उधार लेने वाले भी सामने आ गए। बावजूद पुलिस अब तक सिर्फ चार लाख रुपए बरामद कर पाई है। हालांकि पुलिस रिकवरी के लिए उषाराज, रिपुदमन, जगदीश की चल अचल संपत्ति खोजने में जुटी हुई है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को जगदीश की कारों का सुराग मिला है,जिन्हें जल्द जब्त किया जा सकता है।
अंकपात क्षेत्र के एक युवक के खाते में गबन की राशि में से लाखों का ट्रांजेक्शन हुआ है। गिरफ्त में आए युवक व एक प्रहरी को ८ अप्रैल तक के लिए रिमांड पर लिया है।
– अनिलसिंह मार्ये, सीएसपी जीवाजीगंज