कांग्रेस नेता भी विरोध जताने पहुंचे, आरटीई वाले 195 बच्चों की फजीहत
उज्जैन, अग्निपथ। चामुंडा माता चौराहे के नजदीक पिछले कई वर्षो से संचालित हो रहा महादजी सिंधिया कान्वेंट स्कूल नए शेक्षणिक सत्र से बंद होने जा रहा है। स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल को बंद किए जाने के फैसले के बीच अब इस स्कूल में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अंतर्गत प्रवेश पा चुके 195 बच्चों की फजीहत हो गई है। मंगलवार को स्कूल के बाहर इन बच्चों के अभिभावकों ने खासा हंगामा किया। कांग्रेस के नेता भी यहां विरोध करने पहुंच गए। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यहां आरटीई के तहत जो बच्चें चयनित हुए है, उन्हें सीएम राईज शासकीय स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा।
आरटीई के तहत बच्चों के स्कूल में प्रवेश की प्रक्रिया जिले में 23 मार्च को पूरी कर ली गई थी। इस प्रक्रिया के दौरान महादजी सिंधिया स्कूल के लिए भी आरटीई वाले बच्चों का चयन किया गया था। नए और पहले से आरटीई में यहां अध्ययनरत कक्षा 1 से आठवीं तक के बच्चों की संख्या 195 है।
23 मार्च को लॉटरी होकर स्कूल चयन हुआ और इसके ठीक 7 दिन बाद 31 मार्च को ही महादजी सिंधिया स्कूल प्रबंधन ने नए सत्र से स्कूल को बंद करने का निर्णय ले लिया। इस स्कूल में जितने बच्चें आरटीई के तहत अध्ययन कर रहे थे, मंगलवार को उन सभी के अभिभावक स्कूल पहुंचे और यहां खासा हंगामा खड़ा कर दिया।
जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने भी अपने प्रतिनिधि अधिकारी को इनसे बात करने के लिए भेजा। पालकों के हंगामे और विरोध के बीच ही कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया व अन्य नेता यहां पहुंच गए। इन्होंने भी अभिभावकों की परेशानी के साथ अपनी आवाज उठाई। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा के मुताबिक निजी स्कूल है, उसके प्रबंधन को स्कूल जारी रखने के लिए नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने स्कूल बंद करने के लिए विधिवत आवेदन दिया है, चूक केवल इतनी हुई कि आरटीई की लॉटरी होने के बाद स्कूल को बंद करने का आवेदन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिन बच्चों को आरटीई के तहत महादजी सिंधिया स्कूल का आवंटन हुआ है, उन्हें अब किसी दूसरे स्कूल का आवंटन नहीं हो सकता है। ऐसे में सभी 195 बच्चों को जालसेवा निकेतन, महाराजवाड़ा क्रमांक 3 या जीवाजीगंज सीएम राईज स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा।