उज्जैन,अग्निपथ। १३.५४ करोड़ के डीपीएफ घोटाले में पुलिस को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है। जांच के दौरान पुलिस को उषाराज और उसकी बेटी के सेठीनगर स्थित बैंक के लाकर में संपत्ति के दस्तावेज के किमती सोने के जेवरात मिले है। वहीं गबन मामले के बाद उषाराज के राजदार जगदीश को पुलिस ने फिर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए ६८ कर्मचारियों के भविष्य निधी हड़पने में पूर्व जेल अधीक्षक उषाराज लेखाजोखा वाला रिपुदमन,प्रहरी शैलेंद्रसिंह सिकरवार ८ अप्रैल तक रिमांड पर है। बावजूद अब तक तीनों से गबन की राशि बरामद नहीं हो सकी थी। इसी के चलते पुलिस ने कोर्ट की अनुमति से गुरुवार को सेठीनगर स्थित एसबीआई शाखा में उषाराज और उसकी बेटी के लॉकर को खोला।
बताया जाता है कि लॉकर में संपत्ति के दस्तावेज के साथ सोने के किमती जेवर मिले है। दावा तो सोने की ईट व बिस्कूल मिलने का भी किया जा रहा है। इस संबंध में एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवान ने दस्तावेज व सोना मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि काउंटिंग के बाद जब्त सामग्री का विवरण देंगे। याद रहे मामले में पुलिस ने पांच सटोरियों को भी पकड़ा था।
वसूली में फिर रिमांड पर
सर्वविदित है पुलिस ने गबन कांड में जगदीश को २८ मार्च को पकड़ा था। २९ मार्च के बाद उसे दो बार घोटाले की राशि बरामद करने के लिए रिमांड पर लिया। इसी दौरान इंदौर के दो लोगों ने उसके खिलाफ उनके परिजनों को जेल में मारपीट व सेल में बंद करने की धमकी देकर हजारों रुपए वसूलने का प्रमाणित केस दर्ज कराया। पुलिस ने उसे इसी केस में उसे फिर शुक्रवार तक रिमांड पर लिया है। याद रहे गबन केस में जगदीश से १.२५ लाख और सटोरियों ४ लाख जब्त हुए है। मामले में रिमांड पर चल रही उषाराज,रिपूदमन, व शैलेंद्र सिकरवार को पुलिस कल कोर्ट में पेश करेगी।