आज गंभीर बांध का निरीक्षण करने जाएंगे महापौर
उज्जैन, अग्निपथ। शहर का मुख्य पेयजल स्त्रोत गंभीर बांध गर्मी का सीजन शुरू होते ही तेजी से सूखने लगा है। गंभीर बांध की गंभीर होती स्थिति को देखते हुए नगर निगम आयुक्त की ओर से महापौर परिषद को हाल ही में एक प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव में शहर में एक दिन छोडक़र पानी सप्लाय करने को कहा गया है। प्रस्ताव पर किसी तरह के फैसले से पहले खुद महापौर गंभीर बांध की स्थिति का निरीक्षण करना चाहते थे, वे शनिवार को गंभीर बांध देखने जाएंगे।
शुक्रवार शाम तक की स्थिति में गंभीर बांध में लगभग 775 एमसीएफटी पानी संग्रहित था। बारिश के दौरान गंभीर बांध लगभग 4 से 5 बार ओवर फ्लो रहा। गंभीर बांध की संग्रहण क्षमता लगभग 2250 एमसीएफटी है, पूरी क्षमता से इसके भरने की स्थिति में पुराने वक्त में यह शहर की लगभग दो साल की पानी की व्यवस्था कर सकता था। समय के साथ बांध की संग्रहण क्षमता भी कम हुई है और बांध में संग्रहित पानी का दोहन भी तेजी के साथ बढ़ा है।
गंभीर बांध से हर रोज औसत 7 एमसीएफटी पानी शहर में सप्लाय के लिए लिया जाता है। यहीं वजह है कि गंभीर बांध पूरी क्षमता से भरने के बावजूद शहर को एक साल भी नियमित जलप्रदाय इतना पानी नहीं दे पाता है। फिलहाल बांध में जो पानी संग्रहित है, उसे 80 से 90 दिन बार सप्लाय के लिए उपयोग किया जा सकता है। यदि बारिश में देरी हुई तो स्थिति विकट होगी, इसके अलावा गर्मी के दिनों में बांध में पानी भी तेजी से कम होगा।
यही वजह है कि आयुक्त रोशन कुमार सिंह की ओर एमआईसी को एक दिन छोडक़र शहर में जलप्रदाय करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव पर फिलहाल किसी तरह का फैसला नहीं हो सका है। शनिवार को गंभीर डेम में जल स्तर को लेकर महापौर मुकेश टटवाल, निगमायुक्त रोशन सिंह और एमआईसी सदस्यों के साथ ही पीएचई के अधिकारी भी गंभीर डेम का निरीक्षण करने जाएंगे।