चार साल पहले हो चुका तबादला , अब तक नहीं हुए रीलिव
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह के निज सहायक प्रदीप सोलंकी ने हाल ही में आयुक्त को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने शहर के तीन पत्रकारों पर ब्लेकमेल किए जाने के आरोप लगाए है। इसके ठीक उलट स्थिति यह है कि आयुक्त के निज सहायक का लगभग चार साल पहले उज्जैन से सांवेर तबादला हो चुका है। इसके बाद न तो उनका तबादला आदेश स्थगित हुआ, न निरस्त हुआ और न ही वे उज्जैन से रीलिव किए गए।
फरवरी महीने में शहर की एक महिला एडवोकेट के साथ आयुक्त के निज सहायक प्रदीप सोलंकी का विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद उक्त महिला एडवोकेट ने प्रदीप सोलंकी की सेवा पुस्तिका की प्रति सूचना के अधिकार के अंतर्गत मांगी थी। सेवा पुस्तिका में दर्ज कुछ जानकारियां संदेहास्पद होने की आशंका है।
हाल ही में प्रदीप सोलंकी ने आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनकी सेवा पुस्तिका से जुड़ी जानकारी बगैर उनका पक्ष सुने अन्य किसी को नहीं दी जाए। इस पत्र में प्रदीप सोलंकी ने शहर के तीन पत्रकारों पर ब्लेकमेल करने का भी आरोप लगाया है। आयुक्त रोशन कुमार सिंह ने बताया कि उनके संज्ञान में फिलहाल ऐसा कोई पत्र नहीं आया है।
प्रदीप सोलंकी का उज्जैन से स्थानांतरण होने के संबंध में आयुक्त ने कहा कि वे स्थापना शाखा से इसकी जानकारी निकलवाएंगे। गौरतलब है कि 6 जुलाई 2019 को जारी तबादला सूची में 122 वे क्रम पर प्रदीप सोलंकी का नाम दर्ज है और यह आदेश कभी निरस्त नहीं हुआ। इसके बावजूद उज्जैन से प्रदीप सोलंकी को रीलिव नहीं किया गया।