डीजी ने रिटायर होने वाले प्रहरियों से वर्चुअल मीटिंग की
उज्जैन,अग्निपथ। डीपीएफ गबन कांड के शिकार कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। जेल डीजी अरविंद कुमार ने जल्द सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों से वर्चुअल मीटिंग कर समय पर राशि दिलाने का भरोसा दिलाया। वहीं एडीजी जी अखेतोसेमा ने गुरुवार को कर्मचारियों से मिलकर राशि उनके खातों में जमा होने का दावा किया है।
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में भविष्य निधि घोटाला होने से कर्मचारी करीब एक माह से अंसमजस में थे कि जिंदगी भर की जमा पूंजी मिलेगी कि नहीं। उनकी इस हताशा को देख बुधवार शाम जेल डीजी अरविंद कुमार ने दो माह के दौरान रिटायर होने वाले तीन कर्मचारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात की। भरोसा दिलाया कि सेवानिवृत्ति के समय उनके खाते में उनकी राशि जमा हो जाएगी। वहीं गुरुवार दोपहर एडीजी जी अखेतो सेमा जेल डीआईजी मंशाराम पटेल के साथ भैरवगढ़ जेल पहुंचे।
उन्होंने कर्मचारियों से उनके खातों से निकाली गई राशि को लेकर बंद कमरे में चर्चा की। विश्वास दिलाया कि सरकार सभी के खातों में समय पर राशि जमा कर देगी। तत्पश्चात एडीजी सेमा ने बताया कि गबन करोड़ों का हुआ है, लेकिन पुख्ता राशि का अभी पता नहीं चला है। जिनके खातों से राशि निकली उनमें करीब ५७ नाम सामने आ चुके हैं। यह संख्या ६० के लगभग हो सकती है। सभी प्रभावितों का असल अमाउंट उनके खातों में जमा हो जाएगा। चर्चा के बाद एडीजी सेमा ने डीआईजी पटेल व जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे के साथ जेल का निरीक्षण भी किया।
जेल में चल रहे अपराध से निराशा
एडीजी सेमा ने जेल में लगातार सामने आए अपराधों पर अफसोस जताया। माना कि जेल में अपराधियों को सुधार के लिए भेजा जाता है, लेकिन यहीं अधिकारी-कर्मचारियों की मिली भगत से ही अपराध होने लगे तो यह घातक है। उन्होंने डीआईजी पटेल द्वारा गबन के आरोपी जगदीश परमार को बचाने का ऑडियो वायरल होने के सवाल पर कहा कि उन्होंने चार दिन पहले ही ज्वाईन किया है। मामले में जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन जेल में अब सुधार के प्रयास किए जाएंगे।
डीपीएफ गबन कांड : एक नजर में
सर्वविदित है १० मार्च को जेल में डीपीएफ घोटाला सामने आने पर कोषालय अधिकारी सुरेश भामर ने ११ मार्च को भैरवगढ़ में केस दर्ज कराया था। गबन कांड में जेल और पुलिस की एसआईटी की जांच में करीब ६८ कर्मचारियों के खाते से१३.५४करोड़ की राशि का पता चला था। मामले में पूर्व जेल अधीक्षक उषाराज,उसकी बेटी पावली को करीब ४ करोड़ के सोना,चांदी, हीरे ,नकदी व संपत्ति के दस्तावेज बरामद कर उन्हें इंदौर व देवास जेल भेजा गया है।
इनसे भी लाखों मिले
गबन कांड में पुलिस ने उषाराज के राजदार जगदीश परमार, प्रहरी प्रहरी रिपुदमन, प्रहरी शैलेंद्र, सटोरिए रोहित चौरसिया, रिंकू मांदरे, हरिश गेहलोद, धर्मेंद्र उर्फ रामजाने व शुभम बमोरी आदि को भी करीब साढ़े तीन लाख रुपए, व वाहन जब्त कर जेल भजा है। मामले में प्रहरी धर्मेदं्र लोधी, सट्टा खाईवाल सुशील परमार, अंमित मीणा, सुमीत मीणा, सोनू, राहुल मालवीय, अवधेश उर्फ पिंटू तोमर अब भी गिरफ्त में नहीं आ सके हैं।