उज्जैन, अग्निपथ। प्राणघातक हमले के आरोपी ने बुधवार-गुरुवार रात लॉकअप में खुुद को घायल कर लिया। उसे खून से लथपथ देख पुलिसकर्मी हैरत में पड़ गये और उपचार के लिये जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद वापस थाने लाया गया।
हरिफाटक ब्रिज होटल इम्पीरियल के सामने 5 मार्च को होटल से मिलने वाले कमीशन को लेकर आटो चालक परवेज पर चार बदमाशों ने प्राणघातक हमला कर दिया था।
नीलगंगा पुलिस ने घायल के बयान दर्जकर हमला करने वाले गोलू और सागर को गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले में सूरज बारीक और सत्येन्द्र फरार चल रहे थे। दोनों की तलाश जारी थी, इस बीच पता चला कि सत्येन्द्र को आगर पुलिस ने आ र्स एक्ट में गिर तार किया है। नीलगंगा पुलिस आगर पहुंची और सत्येन्द्र को प्रोटेक्शन वारंट पर 2 दिनों रिमांड पर लाया गया। जहां उससे पूछताछ कर चाकू बरामद किया गया था।
गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर आगर जेल भेजा जाना था। इससे पहले रात में सत्येन्द्र लॉकअप में खुद का सिर दीवार से भडक़कर फोड़ लिया। आवाज सुनकर पुलिसकर्मियों ने लॉकअप में देखा तो सत्येन्द्र के सिर से खून बहता देखा।
उसे लॉकअप से बाहर निकाला गया और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रात में ही प्राथमिक उपचार के बाद थाने लाया गया गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर आगर भेजा गया है।
एसआई महेन्द्र मकाश्रे ने बताया कि सत्येन्द्र हिस्ट्रीशिटर बदमाश है। जिसके खिलाफ पूर्व में 8 से 10 संगीन मामले दर्ज है। प्राणघातक हमले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सूरज बारिक की तलाश जारी है। जिसकी तलाश में अन्य थाना पुलिस को भी है।