उज्जैन, अग्निपथ। शहर के शासकीय माधव कॉलेज में बुधवार को परीक्षा की दोपहर की पारी में दो प्रोफेसर के बीच जमकर मारपीट हुई। अन्य प्रोफेसर ने बीच बचाव किया और प्राचार्य ने समझौता करवाया।
यह हादसा जब हुआ, परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थी पेपर दे रहे थे। अचानक उन्होंने देखा कि पर्यवेक्षक का कार्य कर रहे दो प्रोफेसर के बीच जमकर अपशब्दों का प्रयोग हो रहा है। मुंह से चल रहा विवाद जल्दी ही हाथापाई में बदल गया और दोनों ही पक्षों में जमकर लात-घूसे चलने लगे। परीक्षार्थी कुछ समझ पाते,तब तक दोनों गुत्थमगुत्था प्रोफसर खून से लथपथ हो गये। के शरीर से खून बहने लगा। शोर सुनकर अन्य प्रोफेसर आ गए और उन्होंने बीच बचाव किया। इस बीच कुूछ लोगों ने वीडियो बना लिए।
ड्यूटी से लौटे प्रधान आरक्षक की हुई मौत
उज्जैन, अग्निपथ। वीआईपी ड्यूटी में 2 दिनों से रीवा गये प्रधान आरक्षक की लौटने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। संभावना जताई है कि प्रधान आरक्षक का हार्ट अटैक हुआ था। चिमनगंज थाना क्षेत्र के एमपी नगर में रहने वाले संतोष पिता आनंदीलाल राठौर (51) भैरवगढ़ थाने में प्रधान आरक्षक थे।
23 अप्रैल को उन्हे वीआईपी ड्यूटी में रीवा भेजा गया था। 2 दिनों की ड्युटी के बाद 25 अप्रैल की शाम वापस लौटते थे। उन्हें काफी थकान महसूस हो रही थी। बुधवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ी और बेसुध हो गये। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। प्रधान आरक्षक की अचानक मौत होने पर चिमनगंज थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया और गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम कराया।
बताया जा रहा है कि प्रधान आरक्षक 2 बच्चों के पिता थे। वह शहर के साथ ही देहात थानों पर भी सेवाएं दे चुके थे। भैरवगढ़ थाने में पिछले 2 साल से पदस्थ थे। उनके निधन की खबर से भैरवगढ़ थाने का माहौल गमगीन हो गया था। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई।