धूमधाम से निकला भव्य चल समारोह
नलखेड़ा, अग्निपथ। नगर में मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर एक विशाल चल समारोह भी निकाला गया जिसमें हजारों लोगों ने शामिल होकर पुण्य लाभ लिया। चलसमारोह के दौरान तेज बारिश होने से लोगों ने माना कि इंद्रदेव ने मां बगलामुखी का जलाभिषेक किया।
शुक्रवार को नगर में मां बगलामुखी का प्राकट्य उत्सव गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। चल समारोह प्रारंभ होने के पूर्व मां बगलामुखी माता की पूजा अर्चना क्षेत्र के विधायक राणा विक्रमसिंह, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय सोनी मां बगलामुखी के पुजारी मनोहर पंडा सहित अन्य लोगों द्वारा की गई। उसके पश्चात बाजे गाजे ढोल धमाके डीजे एवं ताशा पार्टी के साथ चल समारोह सांय 4 बजे किले के पास स्थित सांवरिया नाथ मंदिर से प्रारंभ हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ मां बगलामुखी मंदिर पहुंचा।
चल समारोह में एक रथ पर मां बगलामुखी के प्रतीक स्वरूप प्रतिमा विराजित की गई थी। वहीं एक झांकी के रूप में सजे वाहन पर मां बगलामुखी की तस्वीर रखी गई थी। जिसकी कई स्थानों पर महिलाओं द्वारा पूजा अर्चना की गई। चल समारोह में युवा ढोल की थाप पर जमकर थिरक रहे थे वही अन्य लोग मां बगलामुखी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। चल समारोह में बाहर से आए कलाकारों द्वारा मां काली, मां बगलामुखी एवं नव दुर्गा का रूप धरे चल रहे थे, जो बच्चों का आकर्षण का केंद्र रहे। चल समारोह के मां बगलामुखी मंदिर पहुंचने पर मां बगलामुखी की शाम 7:30 बजे महाआरती की गई। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए।
मां बगलामुखी का आकर्षक श्रंगार कर मंदिर की सजावट
मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव के अवसर पर प्रातकाल मां बगलामुखी का अभिषेक पूजन कर चोला चढ़ाकर आकर्षक श्रंगार किया गया वही मां बगलामुखी मंदिर को भी फूलों से आकर्षक सजा कर विद्युत सज्जा की गई। मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव पर निकले चल समारोह में घोड़ा बग्गी पर सांदीपेंद्र आश्रम के संत स्वामी सांदीपेंद्र जी, बल्ड़ावदा हनुमान मंदिर के संत स्वामी रामचंद्रदास महाराज, शिव टेकरी के संत स्वामी हरिहरानंद जी,बाल मुरारी बापू गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के संत सवार थे जिनका कई भक्तों द्वारा पुष्प माला पहनाकर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
चल समारोह में मां बगलामुखी के मुख्य पुजारी चले पैदल
मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव पर नगर में निकले चल समारोह में मां बगलामुखी के मुख्य पुजारी गोपालदास पंडा अपने भक्तों के साथ बिना किसी वाहन में सवार हुए पैदल ही चल रहे थे जिनका कई स्थानों पर नगर वासियों द्वारा स्वागत कर उनका आशीर्वाद लिया। चल समारोह का विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों द्वारा कई स्थानों पर चल समारोह में शामिल लोगों को शीतल पेय पदार्थ पिलाकर स्वागत किया गया।
भगोरिया नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र
मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव पर निकाले गए चल समारोह में आदिवासी अंचल से आए कलाकारों द्वारा भगोरिया नृत्य किया गया जो नगर में आकर्षण का केंद्र रहा। चल समारोह में नगर का राजकमल बैंड माताजी पर आधारित भजनों की सुंदर प्रस्तुति दे रहा था जिससे पूरे नगर का वातावरण धर्ममय हो गया। वहीं डीजे की धुन पर युवा थिरक रहे थे।
मां बगलामुखी की दोपहर 12 बजे हुई महाआरती
मां बगलामुखी मंदिर पर दोपहर 12 बजे मंदिर के मुख्य पुजारी गोपालदास पंडा द्वारा महाआरती की गई महाआरती में बड़ी संख्या में लोगों ने शामिल होकर धर्म लाभ लिया। मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव के अवसर पर नगर की पीतांबरा सेवा समिति द्वारा मां बगलामुखी को छप्पन भोग लगाकर महा आरती की गई उसके पश्चात भंडारा आयोजित किया गया जिसमें हजारों लोगों ने उपस्थित होकर महाप्रसादी का लाभ लिया।
यह लोग हुये चल समारोह में शामिल
मां बगलामुखी के प्राकट्य उत्सव का निकले गए चल समारोह में क्षेत्र के विधायक राणा विक्रमसिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दिलीप सकलेचा,भाजपा जिलाध्यक्ष चिंतामण राठौर, जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष लाला बलरामसिंह, भाजपा जिला मंत्री, मुकेश लोढ़ा, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय सोनी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुंदरलाल यादव, भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन वेदिया, सहित बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।
बारिश भी भक्तों का उत्साह कम नहीं कर पाई
मां बगलामुखी माता के प्राकट्य उत्सव पर निकले चल समारोह के गणेश दरवाजा चौराहा स्थित पहुंचने पर इंद्र देवता ने भी मां बगलामुखी का जलाअभिषेक किया। बारिश का क्रम इतना तेज था कि देखते ही देखते पानी सडक़ों पर बहने लगा उसके बाद भी चल समारोह में शामिल भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ।