एक ही जगह लिये जायेंगे सेंपल, यहीं से मिलेगी रिपोर्ट भी
उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को चरक अस्पताल में स्थित सेंट्रल पैथालॉजी लैब को शिफ्ट कर यहां पर इंट्रीग्रेटेड पैथालॉजी लैब बनाने का काम शुरु कर दिया गया है। इस नई लैब के बन जाने से एक ही जगह पर सेंपल कलेक्शन और एक ही जगह पर मरीजों को टेस्ट रिपोर्ट मिल जाया करेगी। फिलहाल मरीजों को अलग अलग टेस्ट करवाने के लिये अलग अलग जगह पर जाकर अपना टेस्ट करवाना पड़ता है।
डॉक्टर्स मरीजों को टेस्ट तो लिख देते हैं लेकिन जब वह टेस्ट करवाने के लिये जाता है तो उसको अलग अलग टेस्ट करवाने के लिये भटकना पड़ता है। इसी समस्या को दूर करने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब बनाने का निश्चय किया है। शनिवार को चरक अस्पताल के रूम नंबर-116 में स्थित सेंट्रल पैथालॉजी लैब की टेस्टिंग का सामान पास ही स्थित एक अन्य रूम में शिफ्ट कर दिया गया।
बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग ने निर्माण एजेंसी ठेके पर यह काम दिया है। एजेंसी के इंजीनियर आधुनिक लैब के रूप में इसका निर्माण अपने नक्शे के अनुसार करेंगे। कहां पर कौन सी मशीन रखी जायेगी, इसको लेकर निर्माण कार्य किया जायेगा।
7 से 8 जिलों का चयन
इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब का निर्माण करने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने 7 से 8 जिलों का चयन किया है। हाल ही में पन्ना में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने यहां पर क्रिटिकल केयर यूनिट और इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब बनाने के कार्य का उदघाटन किया था। सेंट्रल पैथालॉजी के प्रभारी और पैथालॉजिस्ट डॉ. एसएन भिलवार का कहना है कि रेनोवेशन कार्य के मद्देनजर सेंट्रल पैथालॉजी लैब को अन्य रूम में शिफ्ट किया गया है। इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब बन जाने से मरीजों को एक ही जगह पर सेंपल टेस्टिंग और रिपोर्ट मिल जाया करेगी। उनको इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर मशीन आई
जिला अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक में शनिवार को ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर मशीन आई है। फिलहाल ब्लड बैंक में पहले से ही दो से तीन मशीनें यहां पर डेंगू के प्लेटलेट्स और प्लाज्मा अलग करने का काम कर रही हैं। नई मशीन आने से मरीजों को और सुविधा प्राप्त हो जायेगी। साथ ही यहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी नई मशीन आने से रिपोर्ट जल्द देने में सहूलियत मिल पायेगी।