कैलाश विजयवर्गीय के साथ नंदी हाल तक पहुंच गई नेताओं की फौज
उज्जैन, अग्निपथ। भाजपा नेताओ द्वारा शनिवार को एक बार फिर श्री महाकालेश्वर मंदिर के नियमों को धता बताते हुए मनमानी की गई। वरिष्ठ नेता व संतों के साथ आये भाजपाइयों को मंदिर समिति के जिम्मेदार भी नहीं रोक पाये।
हुआ यूं कि शनिवार दोपहर को भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय और उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्याम बंसल ने श्रीमहाकालेश्वर दर्शन किये। श्री विजयवर्गीय के साथ आये अन्य भाजपा नेताओं ने नंदी हाल में कब्जा जमा लिया। इन लोगों के साथ 15 से अधिक लोगों के अंदर प्रवेश करने की जानकारी है। जबकि श्री विजयवर्गीय के साथ जाने के लिए एक स्थानीय भाजपा नेता ने शीघ्रदर्शन (250 रुपए ) की 12 टिकट ली थी।
नियमानुसार अंदर नहीं जा सकते
शनिवार को लागू आदेश के मुताबिक शीघ्रदर्शन वालों को नंदी हाल में जाने की भी अनुमति नहीं होती है। उन्हें बेरिकेड्स से दर्शन करना होते हैं। अगर भाजपा नेताओं ने विशेष अनुकंपा से नंदी हाल में जाने की अनुमति हासिल भी कर ली तो यहां रसीद कम थी और आदमी ज्यादा थे। इस हरकत के कारण उस वक्त मंदिर में मौजूद दर्शनार्थियों में भाजपा नेताओं के प्रति काफी आक्रोश देखा गया।
संतों ने भी किये दर्शन
शनिवार दोपहर महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी जी महाराज, बालयोगी स्वामी उमेशनाथजी ने बाबा महाकाल क़े पूजन दर्शन किये।
राष्ट्रपति का प्रोटोकाल भी चला नियम से
शनिवार को ही एक और मामला सामने आया। जिसके तहत राष्ट्रपति के प्रोटोकाल के जरिए कुछ लोग दर्शन करने आये थे। नियमों का हवाला देकर उन्हें भी प्रोटोकाल अनुमति नहीं आने तक अंदर प्रवेश नहीं मिला। दर्शनार्थियों ने भी मंदिर के नियमों का पालन करने में सहयोग किया। दूसरी ओर भाजपा नेताओं द्वारा नियमों को तोडऩे की यह हरकत अब आम हो गई है। इसके पहले भी कई मौके ऐसे आये हैं जब भाजपा नेताओं ने अपनी मनमानी कर नियम तोड़े हैं और व्यवस्थाएं सुधारने का दावा करने वाले प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे खड़े रहते हैं।