लगातार बढ़ रहे ऑनलाईन ठगी के मामले, दो लोगों को बनाया शिकार
शाजापुर, अग्निपथ। ऑनलाइन ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। खास बात यह है कि जिसे ये लोग अपना शिकार बनाते हैं उसके बारे में सारी जानकारी रखते हैं। मंगलवार को भी शहर में दो ऐसे मामले सामने आए, जिनमें ठग ने संबंधितों को उनसे जुड़ी सारी जानकारी देकर अपने जाल में फंसाया और उनके खाते से हजारों रू. उड़ा लिए।
पहला मामला 108 इमरजेंसी एम्बुलेंस के चालक राहुल सोलंकी के साथ हुआ। जिनकी पत्नी ने एक दिन पूर्व बच्चे को जन्म दिया था। इनको फोन करने वाले ने खुद को महिला बाल विकास विभाग भोपाल का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके यहां डिलेवरी हुई है और शासन की योजना अनुसार आपके खाते में 16 हजार रू. डाले जाने थे। क्या आपको पैसा मिल गया।
इस पर राहुल ने जब कहा कि उन्हें अभी तक ऐसी कोई राशि नहीं मिली है तो सामने वाले ने उसे फोन पे खोलने और सब्सक्राईब बटन को क्लिक करने को कहा। जैसे ही राहुल ने क्लिक किया। एक के बाद एक उनके खाते से 5-5 हजार की राशि 3 बार निकल गई। जिसकी शिकायत उनके द्वारा कोतवाली पुलिस के साथ ही साईबर सेल को करते हुए कार्यवाही की मांग की है।
कौन सी कार्यकर्ता लाई थी केस उसका नाम बताया तो हुआ विश्वास
राहुल सोलंकी ने बताया कि फोन करने वाले ने मुझे मेरा नाम, कब डिलेवरी हुई और मेरे बच्चे को कितने दिन आईसीयू में रखा गया। यह सब जानकारी उपलब्ध थी। यहां तक कि कौन सी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पत्नी को अस्पताल लेकर गई थी उसका नाम भी उन्होंने बताया। जिसके चलते मुझे भरोसा करना पड़ा और मेरे साथ ऑनलाइन ठगी हो गई।
इनको भी अधिकारी बनकर लगाई 3 हजार की चपत
नीमवाड़ी में रहने वाली अपूर्वा सोनी को भी बदमाशों ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताते हुए संपूर्ण जानकारी एकत्रित की और 3 हजार रू. इनके खाते से उड़ा दिए। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी बेटी के यहां डिलेवरी हुई थी। जिसका हवाला देते हुए सामने वाले ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताते हुए खाते में 16 हजार रू. डलवाने की बात कही। जिसकी बातों में आकर हमने आई लिंक को क्लिक किया तो 3 हजार रू. खाते से गायब हो गए। जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली और साईबर सेल को की है।