एक साथ पहुंचे इतने मरीज, अस्पताल में जहां जगह मिली, वहां बैठाकर किया इलाज
बदनावर। मध्यप्रदेश के धार जिले के बदनावर में 250 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग से बीमार हो गए। इनमें 26 बच्चों समेत ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। इन सभी लोगों ने धमाना गांव में एक शादी समारोह में दाल, बाफले और लड्डू खाए थे। जिसके बाद तबीयत बिगडऩे पर इन्हें बस और अन्य वाहनों से बदनावर के सरकारी अस्पताल लाया गया। यहां इनका इलाज किया जा रहा है।
एक साथ इतने मरीज आने पर चरमराई व्यवस्था
अस्पताल में एक साथ इतने मरीज आने से यहां की व्यवस्था चरमरा गई। अस्पताल में जिसे जहां जगह मिली, उसे वहीं लेटाकर इलाज शुरू कर दिया गया। कोई अस्पताल के फर्श पर, कोई गैलरी में, तो कोई खुले में पेड़ के नीचे इलाज कराता नजर आया। बीमार लोगों में तीन की हालत गंभीर होने से उन्हें दूसरे अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं, 14 मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद बडऩगर रेफर किया गया।
खाना खाने के बाद होने लगी उल्टी
धमाना गांव के डूंगर सिंह और कालू के यहां शादी समारोह था। दोनों ने मिलकर सामूहिक भोज रखा था। इसमें बारातियों समेत अन्य मेहमान शामिल हुए थे। शादी समारोह में दाल, बाफले, लड्डू बनाए गए थे। खाना खाने के बाद अचानक मेहमानों की तबीयत बिगडऩे लगी, उन्हें उल्टियां होने लगी। फूड पॉइजनिंग होने पर सभी को बस से सिविल अस्पताल लाया गया।
हड़ताल के बावजूद अस्पताल पहुंचे डॉक्टर
फिलहाल, मध्यप्रदेश में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है। इसके बावजूद फूड पॉइजनिंग की घटना का पता चलते ही बदनावर में हड़ताल पर गए सभी डॉक्टर बीमार लोगों का इलाज करने के लिए अस्पताल पहुंच गए। नगर के कई निजी डॉक्टर भी मरीजों के इलाज के लिए अपनी सेवाएं देने सामने आए। कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी अस्पताल पहुंचे और मरीजों के इलाज में सहयोग दिया।
खराब मावे की वजह से बिगड़ी तबीयत
शादी समारोह के आयोजक परिवार के सदस्य कालूसिंह ने बताया कि लड्डू के लिए मावा रतलाम के एक व्यापारी से मंगाया गया था। मावे में खराबी के कारण ही लोगों की तबीयत बिगड़ी। उधर, एसडीएम मेघा पंवार ने बताया कि नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह को घटनास्थल ग्राम धमाना भेजा गया है। वहां भोजन में उपयोग किए गए लड्डुओं को जब्त किया गया है। सभी बीमार लोगों का तत्काल इलाज शुरू करवा दिया गया है। हालात नियंत्रण में हैं। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने भी घटना को लेकर एसडीएम मेघा पंवार से चर्चा की।