मंडी सचिव के तुलावटी व्यवस्था हटाने के पत्र के खिलाफ लामबंद हुए व्यापारी, तुलावटी
उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में तुलावटी व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन कृषि मंत्री ने दिया था। इसके साथ ही इस व्यवस्था से मंडी को लाखों रुपए का टैक्स मिलता है। परन्तु कतिपय व्यापारियों के विरोध के चलते इस व्यवस्था को समाप्त करने के संबंध में मंडी सचिव उमेश शर्मा ने एक पत्र जारी किया है। इसके खिलाफ मंडी के व्यापारी और तुलावटी एकजुट हो गए हैं और आंदोलन की तैयारी करने लगे हैं।
बताया जाता है कि मंडी सचिव ने तुलवाटी संघ के चरक कुमार परिहार को एक पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि क्यों न तुलावटी पर्ची व्यवस्था जो अभी तौलकांटे पर चल रही है उसे समाप्त किया जाए। इस पत्र के जारी होते ही तुलावटियों मे नाराजगी छा गई है। उनका कहना है कि मंडी के 96 तुलावटियों को कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया था उनके साथ अन्याय नहीं किया जाएगा।
वर्षो से काम कर रहे तुलावटियों को मंडी से बेदखल नहीं किया जाएगा। परन्तु मंडी सचिव के इस पत्र से तुलावटियों को बेदखल करने की योजना बताई जा रही है। साथ ही मंडी में टैक्स चोरी को बढ़ावा देने की योजना को अमली जामा पहनाए जाने का दावा किया जा रहा है।
ऐसे होगी टैक्स चोरी
अभी तुलावटी की पर्ची और व्यापारी का मुकादम किसान की उपज के समय तौलकांटे पर बैठता है। इसके एवज में तुलवाटी को 2 रुपए चालीस पैसे बोरी के हिसाब से मिलता है। बदले में तुलावटी मंडी कमेटी को व्यापारी की फसल का तौल होने के प्रमाण के तौर पर पर्ची जमा कराता है। अगर तुलावटी हट गया तो मंडी समिति को व्यापारी कह सकता है कि नीलामी के बाद भी किसान तौल कराने नहीं पहुंचा और वह बिल नहीं काटेगा और मंडी को टैक्स नहीं मिलेगा।
ज्यादातर व्यापारी तुलावटी की व्यवस्था को बनाए रखने के पक्ष में हैं। ताकि पारदर्शिता बनी रहे और उन पर किसी तरह का आरोप भी न लगे। साथ ही तुलावटियों को आर्थिक नुकसान भी नहीं पहुंचाना चाहते हैं।
कुछ लोगों के पेट में दर्द हुआ था। इसलिए उन्होंने तुलावटियों की शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर पत्र जारी किया गया है। मंडी बोर्ड के अफसरों से इसके संबंध में मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
-उमेश शर्मा बसेडिया, मंडी सचिव उज्जैन