कमजोर परीक्षा परिणाम देने वाले शासकीय स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाए: कलेक्टर

उज्जैन, अग्निपथ। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने उत्कर्ष विद्यालय में समीक्षा बैठक में कमजोर परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए उत्कृष्ट महिदपुर एवम् महाराजवाड़ा क्रमांक 1 से कारण पूछा एवम निर्देशित किया कि आपके स्कूल शहरी एवम पर्याप्त शिक्षक हैं फिर भी रिजल्ट कम होना आपकी लापरवाही को प्रदर्शित करता है । शासकीय सेवा में कोई इफ एवं बट्स नहीं है आपको परफॉर्म करना ही है।

उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को कमजोर परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों पर कार्यवाही के लिए निर्देशित करते हुए कहा की 30 मई के आसपास वे पुन: समीक्षा करेंगे एवम् स्टूडेंट प्रोफाइल चैक करेंगे ।

इसके पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा एवम एडीपीसी गिरीश तिवारी ने वन टू वन कम परीक्षा परिणाम वाले विद्यालयों की समीक्षा की एवम् प्रत्येक विद्यालय से आगामी सत्र की कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देशित किया। कार्ययोजना में प्रवेश, स्टूडेंट प्रोफाइल, समय सारिणी, कार्यविभाजन, स्टाफ आदि पर विस्तृत लाइन ऑफ एक्शन बताए एवम सभी कार्यों की टाइम लाइन भी सभी प्राचार्यों को दी गई ।

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राचार्यो को कहा की आप उन शिक्षको के कार्यवाही हेतु प्रस्ताव ड्ढद्गश को भेजे जिनके परीक्षा फल 30 प्रतिशत या कम है, वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही की जावेगी साथ ही ऐसे अतिथि शिक्षक की सेवाएं आगामी सत्र में नही ली जावेगी जिनके परीक्षा फल 30 प्रतिशत से कम है।

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में विभागीय ऑनलाइन कार्यों की समीक्षा करते हुए , जिन स्कूलों ने कार्य नही किया उनसे स्पॉट पर कार्य करवाया जैसे पी एम श्री एंट्री, रिजल्ट एंट्री । लंबित जांच, सांस्कृतिक गतिविधि, स्कॉलरशिप, गोपनीय चरित्रवाली, विद्यालय को आईएसओ बनाना आदि पर चर्चा की गई ।

बैठक में 205 में से 16 स्कूल के प्राचार्य/प्रभारी अनुपस्थित रहे जिनमे बेड़ावन, आलोटजागीर, टूटिया खेड़ी, बालक नागदा, पासलोद, पीपलू, माधवगंज, कन्या देवास गेट, बांदर बेला, बरडिया, बमनापति, गुणावद, बीराखेड़ी, कड़ोदीया, गुराडिया गुजर, काठ बड़ौदा सम्मिलित है। इनका एक दिन के वेतन काटा जाएगा। सभी विद्यालयों से विद्यालय की फाइल जमा की गई एवम उन्हे जिले से एक स्थाई नंबर भी दिया गया। बैठक का संचालन एडीपीसी गिरीश तिवारी द्वारा किया गया ।

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