मर्डर की जांच के लिए एसआईटी गठित, बढ़ते अपराधों को देख आईजी ने ली बैठक
उज्जैन, अग्निपथ। फ्रीगंज मेंं दिनदहाड़े राजू द्रोणावत को गोली मारकर हत्या करने वालों की पहचान हो गई है,लेकिन २० से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ के बाद भी उनका सुराग नहीं मिला। नतीजतन शुक्रवार शाम आरोपियों पर २० हजार रुपए ईनाम किया गया। वहीं बढ़ती वारदातों को देखते हुए आईजी संतोष सिंह ने शहर के अधिकािरयों की बैठक लेकर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
सर्वविदित है घासमंडी निवासी राजू द्रोणावत की गुरुवार दोपहर फ्रीगंज स्थित मुंगी चौराहे के पास बाइक सवार दो बदमाशों गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृत्यू पूर्व राजू ने हमला बाबू भारद्वाज द्वारा करवाना बताया था,लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। वहीं सीसीटीवी फूटेज से भी हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई।
नतीजतन पुलिस ने बाबू व राजू के साथ अपहरण में शामिल रहे सुधीर यादव, लव शुक्ला सहित करीब २० युवकों को हिरासत में लेकर रातभर पूछताछ की। पता चला गोली संभवत: बाबू के कहने पर जीतू गुर्जर, दीपू बना ने मारी है और वारदात में यशवंत सिसोदिया, धीरज व धर्मेद्र पंवार की भूमिका है। पुलिस ने संदिग्धों को तलाशा,लेकिन वह शुक्रवार रात तक हाथ नहंी आ सके। एसपी शर्मा ने संदिग्धों की पहचान होना बताया और उन्हें जल्द पकडक़र मामले का खुलासे का कहा है।
एसआईटी गठित
गोलीकांड से शहर में मचे हडक़ंप और हमलावरों का सुराग नहीं मिलने पर एसपी सचिन शर्मा ने आईपीएस विनोद कुमार मीणा के नेत्रत्व में एसआईटी गठित कर दी, जिसमें चार टीआई के साथ ही साईबर व क्राईम ब्रांच को भी शामिल किया। साथ ही हमलावरों पर १० हजार रुपए ईनाम घोषित कर दिया। बाद में शाम को डीआईजी अनिलसिंह कुशवाह ने आरोपियों पर ईनाम राशि बड़ाकर २० हजार रुपए कर दी।
आईजी ने मातहतों को चेतावनी
लगातार हो रही चाकूबाजी व दो हत्या से नाराज आईजी संतोष सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम में शहर के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सभी प्रकरणों के आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी लेकर गोलीकांड को लेकर पूछताछ की। घटना में फरार बदमाश के नाम सामने आने पर स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी तरह के वांटेड अपराधियों को पकड़ें। गिरफ्त में नहीं आने पर उनकी संपत्ति सीज करें। हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के विरुद्ध भी सख्ती से कार्रवाई करें। उन्होंने गंभीर अपराध होने पर संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी। बैठक में डीआईजी संतोष सिंह, एसपी शर्मा, एएसपी, सीएसपी व सभी टीआई मौजूद थे।
कल हुई घटना की समीक्षा की है। कुछ संदिग्धों के नाम सामने आए है। किसी भी अपराध में फरार बदमाशो को पकडऩे और उनकी संपत्ति सीज करने के निर्देश दिए हैं। किसी अधिकारी की चूक से घटना होती है संबंधित पर भी कार्रवाई भी की जाएगी।
– संतोष सिंह, आईजी, उज्जैन झोन