यूडीए अध्यक्ष बोले- समय पर काम पूरा करने का हर संभव प्रयास
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन विकास प्राधिकरण महाकाल मंदिर में जो निर्माण कार्य कर रहा है। उसमें वीआईपी दर्शनार्थियों और सामान्य दर्शनार्थियों के लिए एक-एक अलग-अलग टनल बनाई जा रही है। इस टनल का जरूरी काम जून तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। महाकाल मंदिर प्रशासक और यूडीए के सीईओ को कहा गया है कि समय पर काम पूरा करने के लिए दिन रात काम करना पड़े या तीन शिफ्ट में काम कराना पड़े किया जाए।
उक्त जानकारी यूडीए चेयरमैन श्याम बंसल ने देते हुए बताया कि पिछले दिनों उन्होंने महाकाल मंदिर में निर्माण कार्य को देखा था। काम संतोषजनक पाए गए। गुणवत्तायुक्त काम यूडीए के इंजीनियरों की देखरेख में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश से पहले महाकाल मंदिर में वीआईपी और सामान्य दर्शनार्थियों के लिए बनाई जा रही टनल को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार से मजदूर लाने पड़े तो लाए
बंसल का कहना है कि उन्होंने यूडीए के इंजीनियरों से कहा कि काम समय पर पूरा कराने के लिए अगर बिहार से भी मजूदर बुलाना पड़े तो पीछे नहीं हटे। क्योंकि अगर बारिश के पहले टनल बनाने का जरूरी काम पूरा नहीं हुआ तो काम चार महीने पिछड़ जाएगा। इसलिए समय पर काम पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
स्टाफ को समझा दी अपनी प्राथमिकता
बंसल का कहना है कि उन्हें यूडीए का काम संभाले हुए अभी 15 दिन भी नहीं हुए हैं। परन्तु वे सभी योजनाओं की जानकारी हासिल कर चुके हैं। जिन योजनाओं के नियमों में अड़चन है। उन नियमों की डिटेल जानकारी हासिल कर ली है। स्टाफ को अपनी प्राथमिकता समझा दी है। अब उन्हें उसी के मुताबिक काम करना होगा। अगर नियमों के दायरे में रहकर स्टाफ मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर काम करता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। न ही किसी को हटाने की जरूरत पड़ेगी।
कमजोर वर्ग को मकान दिलाना उद्देश्य
बंसल का कहना है कि उन्होंने यूडीए स्टाफ को साफ शब्दों में बताया है कि यूडीए की संपत्ति में कमजोर वर्ग को लाभ दिलाने की योजना बनाई जाए। यूडीए लागत के आधार पर अपनी संपत्ति गरीब के लिए योजना बनाए और उन्हें मकान या प्लाट मिल सके। यही पहला प्रयास है।
बिचौलियों पर लगाएंगे अंकुश
यूडीए की संपत्ति खरीदकर महंगे दाम पर बेचने वालों पर अंकुश लगाया जाएगा। संपत्ति वे लोग ही खरीदे जिन्हें जरूरत हो। बिचौलियों और निवेश करने के नाम पर संपत्ति खरीदकर मुनाफा कमाने वालों पर रोक लगाने की योजना बनाई जा रही है। इसमें उनके सर्टीफिकेट और अन्य दस्तावेज शामिल हैं।
रावत के मामले से कोई सरोकार नहीं
चेयरमैन बंसल का कहना है कि पूर्व सीईओ सोजान सिंह रावत के ससुर के प्लाट मामले से मुझे कोई सरोकार नहीं है। मैं पुराने और विवादित मामलों में पडऩे के स्थान पर मौजूदा काम पर फोकस कर रहा हूं। लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू मामले की जांच कर रही है। उसमें जो भी गड़बड़ी होगी सामने आएगी।