फूड पॉयजनिंग की घटना के बाद प्रशासन की उद्योगपुरी में दबिश
उज्जैन, अग्निपथ। नलिया बाखल में रहने वाले परिवार की राजगीरा आटे से बनी पुड़ी खाने के बाद बिगड़ती तबीयत और फूड पॉयजनिंग का मामला सामने आने पर शनिवार दोपहर प्रशासन और खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने उद्योगपुरी में दबिश मारी और फैक्ट्री को सील कर दिया। आटे का सेम्पल जांच के लिये भेजा गया है।
शुक्रवार को नलिया बाखल में रहने वाले मालवीय परिवार ने उपवास रखा था। शाम को क्षेत्र की किराना दुकान से राजगीरा आटे (हंसता जोकर कंपनी) के 8 पैकेट लिये और पूडिय़ा बनाकर बाद खाई। देर शाम परिवार के सदस्यों की तबीयत बिगड़ी और रात में 12 लोगों को उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने फूड पॉयजनिंग का मामला बताते हुए उपचार शुरू किया।
राजगीरा आटे का उपयोग करने के बाद बीमार हुए एक परिवार के लोगों की जानकारी प्रशासन को लगी तो कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को जांच के आदेश दिये।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी विष्णुदत्त शर्मा, बीएस देवलिया और तहसीलदार की टीम जांच के लिये अस्पताल पहुंची। मालवीय परिवार ने बताया कि राजगिरा आटे के 6 पैकेट खोले थे 2 रखे हुए हैं। टीम ने दोनों पैकेट जब्त किये और किराना दुकान पर पहुंची। जहां से उद्योगपुरी में मालवा मसाला उद्योग पर दबिश दी गई। उद्योग का संचालन आशीष अग्रवाल द्वारा किया जाना सामने आया।
सुरक्षा प्रशासन की टीम ने जांच करते हुए वहां से तीन हजार पैकेट दो सौ ग्राम के हंसता जोकर और पिसाई के लिये रखा 1909 किलोग्राम राजगीरा जब्त किया गया। विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि फैक्ट्री में साफ-सफाई का अभाव भी मिला है। जिसके चलते जांच के लिये भेजे गये से पल की रिपोर्ट आने तक मासाला उद्योग को सील कर दिया गया है।
अस्पताल में भर्ती था मालवीय परिवार
फूड पॉयजनिंग के बाद अस्पताल में भर्ती मालवीय परिवार की सूचना ड्यूटी कंपाउंडर ने महाकाल थाना पुलिस को दी थी। एएसआई बीएल निगवाल अस्पताल पहुंचे थे। जहां मुकेश मालवीय, राजेश मालवीय, रविन्द्र मालवीय, मंजू मालवीय, सचिन, चेतन, संतोषबाई, पूजा मालवीय, वंदना और गंगाबाई भर्ती थे। मामले में राजेश और मुकेश के बयान दर्ज किये। एएसआई निगवाल के अनुसार मामले में जांच की जाएगी। प्रशासन की टीम ने कार्रवाई की है। उसके बाद ही आगे मामला स्पष्ट हो पाएगा।