केसीसी कार्ड पर ब्याज भी भुगतान होगा
कायथा, (दिनेश शर्मा) अग्निपथ। क्षेत्र में शासन की महत्वकांक्षी योजना गेहूं उपार्जन में किसानों द्वारा अपनी फसल का विक्रय किया जा रहा है। जिसके तहत हजारों की संख्या में क्षेत्र के किसानों द्वारा अपनी फसल विक्रय की गई है जिनमें सहकारी संस्था के रेगुलर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) धारक किसानों की राशि कटौती की जा रही है। इसके बाद कटी हुई राशि प्राप्त नहीं होने से किसान अपने सहकारी बैंक का कर्ज जमा नहीं कर पा रहे हैं। जिस वजह से किसान ओवरड्यू हो रहे हैं एवं ऐसे किसानों को लग रहे ब्याज को जमा करने में किसान असमर्थता जता रहे हैं जिसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से शिकवा शिकायत का दौर भी चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के किसान शिवपाल सिंह पिता मोड़सिंह सिसौदिया द्वारा स्थानीय गेहूं पंजीयन केंद्र पर 31 मार्च को अपनी फसल का विक्रय की गई थी जिसमें किसान द्वारा 149 क्विंटल गेहूं विक्रय की गई थी। जिसकी राशि 3 लाख 16 हजार 625 का बिल बना था। ऐसे में उपार्जन केंद्र पर 1 लाख 58 हजार 312 रुपये सोसायटी ऋण विरुद्ध राशि को काट कर शेष राशि का भुगतान होना शेष था।
इसी तरह से किसान शिवपाल सिंह द्वारा 4 अप्रैल को 46.5 क्विंटल फसल का विक्रय किया गया था जिसका 98 हजार 812 रुपए का भुगतान होना था। जिसमे से भी 49 हजार 406 रुपए सोसायटी ने ऋण विरुद्ध काट ली थी। इसके बावजूद बकाया कुल 2 लाख 7 हजार 718 रुपए आज तक किसान के बचत खाते में नहीं आए हैं। ऐसे में संस्था की बैंक जमा करने की तारीख 30 अप्रैल हो गई एवं किसान उपार्जन ने काटी गई राशि प्राप्त नहीं होने से ओवरड्यू हो गया। ऐसे में 1 मई के स्थिति में 7 प्रतिशत ब्याज एवं आने वाले समय में 14 प्रतिशत ब्याज किसान को भुगतान करना पड़ेगा।
इस तरह शासन की बगैर ब्याज के केसीसी लोन के दावे की हवा निकल गई। जिसको लेकर किसानों में आक्रोश है। क्षेत्र में और भी ऐसे कई किसान हैं जिनको या तो कटी हुई राशि प्राप्त नहीं हुई है या मूल राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है ऐसे किसान अधिकारियों को शिकायत करने के साथ ही सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर भी शिकायत कर रहे हैं लेकिन कोई निराकरण नहीं हो रहा है।
संस्था ऋण राशि कटौती की जानकारी के बारे में आप बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर लीजिए वह आपको उचित जानकारी दे सकेंगे। – संतोष सिमोलिया, खाद्य निरीक्षक तराना
कुछ किसान छूट गए हैं
उपार्जन में फसल विक्रय करने वाले किसानों को राशि सुगमता से प्राप्त हो रही है। ऐसे में तकनीकी कमी से कुछ किसान छूट गए हैं उनको भी इस हफ्ते में राशि ट्रांसफर हो जाएगी जाएगी। – विशेष श्रीवास्तव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक उज्जैन।