संचालक अस्पताल प्रशासन संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश ने जारी किया आदेश
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश की कुछ शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में डिजिटल एक्सरे करवाने का शुल्क लिया जा रहा है। इसमें जिला अस्पताल उज्जैन शामिल है अथवा नहीं, इसकी जानकारी तो नहीं है। लेकिन ऐसा ही आदेश संचालक अस्पताल प्रशासन संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मप्र ने जारी किया है। जिसमें आदेशित किया गया है, कि प्रदेश की कुछ स्वास्थ्य संस्थाओं में नि:शुल्क डिजिटल एक्सरे करने की जगह इसका शुल्क लिया जा रहा है।
उज्जैन के जिला अस्पताल प्रशासन के पास भी ऐसा ही लैटर पहुंचा है। जिसमें संचालक अस्पताल प्रशासन पंकज जैन ने ताकीद किया है कि प्रदेश की कुछ संस्थाओं में रोगियों की जांच हेतु समय-समय पर आवश्यक उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में प्रदेश की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में रोगियों की निशुल्क जांच के लिए कंप्यूटराइज या डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध कराई गई है। जानकारी में आया है कि प्रदेश की कुछ स्वास्थ्य संस्थाओं में रोगियों से एक्स-रे की जांच के लिए शुल्क लिया जा रहा है। संस्थाओं को निर्देशित किया जाता है कि एक्सरे जांच रोगियों की नि:शुल्क की जाय।
एक्सरे फिल्म नहीं मिलने से परेशान
जानकारी में आया है कि जिला अस्पताल में वर्षों पहले लगी डिजिटल एक्सरे मशीन से मरीजों की नि:शुल्क जांच की जा रही है। हालांकि एक्सरे फिल्म नहीं होने की कमी से मरीज परेशान अवश्य ही हो रहे हैं। लेकिन उनको मोबाइल पर फिल्म की कापी डाली जा रही है। इसके साथ ही जो डॉक्टर इनका इलाज कर रहा है। उनके मोबाइल पर भी फिल्म की कापी डाली जाकर उपचार दिया जा रहा है। ऐसे में बिना फिल्म के डिजिटल एक्सरे कर मरीजों का काम आसान किया जा रहा है।
डिजिटल एक्सरे के लग रहे 500 रु.
उज्जैन के जिला अस्पताल में तो मरीजों का एक्सरे नि:शुल्क किया जा रहा है। लेकिन प्रायवेट में एक्सरे करवाने के 500 रु. लिये जा रहे हैं। कोरोना के पीक दौर में तो प्रायवेट डॉक्टरों के पास जाने वाले प्रत्येक मरीज का डिजिटल एक्सरे पहले करवाया जाकर भारी मुनाफाखोरी भी की गई थी। कई मरीज ऐसे थे, जिनको कोरोना नहीं था। उनका भी डिजिटल एक्सरे उज्जैन के प्रायवेट डॉक्टर्स द्वारा करवा कर उनका शोषण किया गया।