वनस्पति घी से बन रहा 231 किलो अमानक मावा, 17.6 किलो वनस्पति घी, 10.58 किलो क्रीम जब्त
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन खाद्य विभाग की टीम ने मंगलवार रात को उन्हेल में अमानक मावा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। 81 हजार रुपए की कीमत से अधिक का अमानक मावा बनाने का सामान जब्त किया। 12 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। मावा मुंबई भेजा जाने वाला था। मालवा क्षेत्र में ज्यादातर मावा उन्हेल और नागदा में बनाया जाता है। इसकी खपत सबसे ज्यादा मुंबई में होती है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने मंगलवार 9 मई की रात 11.30 बजे खजुरिया खाल पगारिया स्टेण्ड, उन्हेल स्थित मां भवानी डेयरी फार्म पर छापामार कार्यवाही की तो वहां पर वनस्पति मिलाकर अमानक मावा बनते पाया गया।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा मौके पर बनते पाये गये एवं 09 ट्रे में रखे हुए मावा में से 05 मावा के नमूने, 01 केन में रखी गयी क्रीम में से क्रीम का नमूना, 02 प्लास्टिक के टब में रखे गये घी में से घी का नमूना एवं प्लास्टिक के टब, प्लास्टिक की बालटी एवं 15 लीटर प्लास्टिक टीन में रखे गये वनस्पति में से नमूनें संग्रहित कर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला जांच हेतु भेजे गये। मौके पर संग्रहित 231 किलोग्राम मावा, 17 किलो 600 ग्राम वनस्पति, 22 किलोग्राम घी, 65 लीटर दूध, 10 किलो 580 ग्राम क्रीम को जब्त किया गया।
राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला से प्राप्त जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जावेगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बी डी शर्मा ने बताया कि उक्त कार्रवाई कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के आदेश पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अनुकूल जैन के निर्देशन में नायब तहसीलदार नागदा नवीन छलोत्रे के साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा 9 मई की रात्रि में की गई है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीडी शर्मा के मुताबिक आमतौर पर दूध उबालकर मावा बनाया जाता है, जबकि यहां पर दूध उबालकर उसका पूरा क्रीम निकाल लिया जाता है और बाद में शेष अवशेष में वनस्पति घी और खुशबू मिलाकर अमानक स्तर का मावा बनाया जाता था। यह मावा स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।