पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने नई जिम्मेदारी दे दी है। डॉ. चिंतामणि मालवीय को प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया गया है। हालांकि उज्जैन से महिदपुर विधायक बहादुरसिंह चौहान को भी उपाध्यक्ष पद से नवाजा गया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
इसमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाली नियुक्ति डॉ. चिंतामणि मालवीय की रही है। चिंतामणि मालवीय लोकसभा चुनाव लगभग सवा तीन लाख से अधिक मतों से जीते थे। हाल ही में हुए उपचुनाव में वह आगर विधानसभा से विधानसभा का टिकट मांग रहे थे। आगर चुनाव में भी पार्टी ने उन्हें अवसर नहीं दिया।
नगरीय निकाय चुनाव में वह महापौर की दौड़ में बने हुए हैं। किंतु जिस तरह से उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है। उससे ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में महापौर पद की उनकी अभिलाषा फिर अधूरी रहने वाली है। भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व उन्हें यह कहकर मना लेगा कि उन्हें पूरा प्रदेश संभालना है। ऐसा लग रहा है कि डॉ. चिंतामणि मालवीय के साथ कोई राजनीतिक खेत पर्दे के पीछे से खेला जा रहा है।