छह को जेल भेजा, दो का सुराग नहीं
उज्जैन,अग्निपथ। राजू द्रोणावत हत्याकांड के छह आरोपियों को माधवनगर पुलिस ने रिमांड खत्म होने पर जेल भेज दिया। वहीं वारदात का मास्टर माइंड बाबू भारद्वाज का छह माह से फरार दोस्त भी गुरुवार को गिरफ्त में आ गया। उस पर बाबू के साथ मिलकर जानलेवा हमला के केस में फरार होने पर तीन हजार का ईनाम था।
घासमंडी निवासी द्रोणावत की हत्या का मास्टर माईंड अभिषेक उर्फ बाबू भारद्वाज मां की मौत होने पर नवंबर २०२० में हाईकोर्ट से पैरोल पर छूटा था। इसी दौरान उसने दीपक बना पिता भैरूसिंह पंवार निवासी हरिनगर के साथ फ्रीगंज में किशन मालवीय पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था। वारदात के बाद दोनों फरार हो गए थे।
मामले में दीपक पर पुलिस ने ३ हजार रुपए ईनाम घोषित किया था। बावजूद वह हाथ नहीं आ रहा था। गुरुवार दोपहर दीपक के रतलाम से घर आने का पता चलते ही एसआई रविंद्र कटारे ने दबिश देकर दबोच लिया। उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश करेंगे।
रिमांड खत्म होते ही जेल
टीआई मनीष लौधा ने बताया द्रोणावत हत्याकांड के आरोपी धर्मेद सिसोदिया, राजू कांटे, राकेश चतुर्वेदी, दीपेश पांडे का ११ मई तक रिमांड था। रिमांड खत्म होने पर उन्हें और फरार जितेंद्र गुर्जर के मामा लखन गुर्जर व जमाई भैरूसिंह को भी कोर्ट में पेश करने के बाद भैरवगढ़ जेल भेज दिया। मामले में जितेंद्र गुर्जर व विजय भदाले का सुराग नहीं मिला है।
सर्वविदित है बाबू की साजिश के अनुसार जितेंद्र व धर्मेद्र ने ४ मई को मुंगी तिराहे पर राजू द्रोणावत की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाबू भी 9 मई को शार्ट एनकांउटर में दो गोली लगने के बाद गिरफ्त में आ गया।