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मंडी समिति ने 23 से 29 तक मंडी के शेड खाली करने के निर्देश दिए व्यापारियों को
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अनाज तिलहन संघ अध्यक्ष बोले-मंडी को धर्मशाला नहीं बनने देंगे
उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में देवास का एक एनजीओ कृषि मेला लगाने जा रहा है। इसके लिए दो शेड खाली करने के निर्देश मंडी समिति ने व्यापारियों को दिए हैं। इससे मामला गर्मा गया है। व्यापारियों की नाराजगी के चलते अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष ने कहा मंडी को धर्मशाला नहीं बनने देंगे। शेड खाली करने के लिए दबाव बनाया तो मंडी को सात दिनों के लिए बंद कर देंगे।
दरअसल देवास का एनजीओ कृषि मेले का आयोजन उज्जैन कृषि उपज मंडी में करने जा रहा है। इसके तहत दो शेड में स्टाल लगाने के लिए मंडी कमेटी ने व्यापारियों को शेड खाली करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत 23 मई से 29 अप्रैल तक मंडी में दो शेड खाली करना है।
इस आशय का पत्र मिलने के साथ ही व्यापारियों में नाराजगी बढ़ गई। उनका कहना है कि बारिश का मौसम है। यदि इन सात दिनों में बारिश आ जाती है तो शेड में मेला लगा होने पर वे अनाज कहां लेकर जाएंगे। अभी हाल में हुई बारिश में किसान और व्यापारियों का अनाज भीगने से बच गया था। अब शेड होने के बाद भी वे अपनी उपज को भीगने से नहीं बचा पाएंगे।
लड़ाई में कैसे जीतेंगे अध्यक्ष जी
अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल से बुधवार को व्यापारियों ने सवाल किया कि पहले भी व्यापारियों को बारिश के सीजन में शेड खाली करने की वजह से लाखों का नुकसान उठाना पड़ा था। अब फिर से शेड खाली करने का फरमान जारी कर दिया गया है। इससे व्यापारियों को जबरन ह माली चुकानी पड़ेगी। बारिश हो गई तो अनाज का नुकसान होगा। अध्यक्ष जी अब इस बार कैसे लड़ाई को जीतेंगे।
मंडी में व्यापारियों और किसानों के लिए शेड बना है।
सीजन में इस तरह के आयोजन के लिए शेड खाली कराना ठीक नहीं है। अभी सचिव अवकाश पर हैं। उनके आने पर चर्चा की जाएगी। जरूरत पड़ी तो मंडी को बंद किया जाएगा। अब शेड पर दूसरे आयोजन की परंपरा को बंद कराया जाएगा।