उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना कॉल में हुई मां की मौत के बाद से डिप्रेशन में चल रहे उज्जैन विकास प्राधिकरण पूर्व अध्यक्ष के पोते ने गुरुवार दोपहर को फांसी लगा ली। परिजनों ने उसका शव देख पुलिस को सूचना दी थी। फांसी लगाने से पहले उसने सुसाइड नोट भी लिया था।
माधवनगर थाना क्षेत्र के फ्रीगंज में रहने वाले अजय जैन के पुत्र सार्थक (24) ने दोपहर में रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। बहन चांदनी ने देखा तो परिजनों को बुलाया। मामले की सूचना मिलने पर माधवनगर थाना पुलिस जांच के लिये पहुंच गई थी। सार्थक का शव फंदे से उतारा गया, उसके पास से सुसाइडनोट मिला। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल पहुंचाया। सार्थक के दादा कैलाश जैन पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष रह चुके है।
परिजनों ने बताया कि कोरोना काल में सार्थक की मां का निधन हो गया था। उसके बाद से काफी डिप्रेशन में रहने लगा था। बताया जा रहा है कि उसके पास मिले सुसाइड नोट में भी मां का उल्लेख है, जिसके बिना उसे अच्छा नहीं लगता था। उसे परिवार जनों से विनित करते हुए लियाा कि पापा और बहन का ध्यान रखना। सुसाइड का मैं खुद जि मेदार हूं। किसी काम में मन नहीं लगता है। अब जीने की इच्छा नहीं है। टीआई मनीष लोधा के अनुसार मामले में मर्ग कायम किया गया है। परिजनों के बयान दर्ज कर सुसाइडनोट की जांच की जाएगी। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है।
वृद्ध की नहीं हुई शिनाख्त
पंवासा थाना क्षेत्र ताजपुर में रेलवे स्टेशन के सामने पेड़ से रस्सी के फंदे पर लटकी एक वृद्ध की लाश बुधवार देर शाम पुलिस ने बरामद की थी। जिसकी गुरुवार शाम तक शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस के अनुसार मृतक हुलिये से ग्रामीण नजर आ रहा है। उसने धोती-कुत्र्ता पहन रखा था। शिना त होने पर उसके संबंध में जानकारी स्पष्ट हो पाएगी। शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया है।