उज्जैन, अग्निपथ। रामानुज कोट के सामने स्थित सीवरेज लाईन के चेंबर का पाइप रविवार सुबह निकल गया। नतीजतन बड़ी मात्रा में गंदा पानी क्षिप्रा में मिलने से हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही नगर निगम का अमला मौके पर पहुंचा और कड़ी मशक्कत के बाद गंदे पानी को नदी में मिलने से रौका। हालांकि इस दौरान नदी पहुंचे बाहरी श्रद्धालु को बिना स्नान के लौटना पड़ा।
हरसिद्धि पाल पर स्मार्ट सिटी के माध्यम से सीवरेज लाइन के लिए टाटा कंपनी पाईप लाईन डाल रही है। रविवार सुबह यहां स्थित चेंबर पाईप निकल गया, जिस कारण बड़ी मात्रा में गंदा व बदबूदार पानी ढलान होने के कारण तेजी से क्षिप्रा नदी में मिलने लगा। गंदे पानी के कारण घाट पर बैठे दुकानदार और नदी में नहाने पहुंचे श्रद्धालु परेशान हो गए। सूचना मिलते ही नगर निगम आयुक्त रोशनसिंह,अपर आयुक्त आदित्य नागर व उपायुक्त संजेश गुप्ता मौके पर पहुंचे और जेसीबी से अंडर ग्राउंड के ढक्कन खुलवाकर पानी निकासी का रास्ता बनवाया। तत्पश्चात बालूरेती भरी बोरियां चेंबर के मुहाने व नदी की ओर जाने वाले मार्ग पर जमा कर पानी रोककर नदी के घाटों की सफाई करवाई।
टाटा कंपनी के कर्मचारियों के अनुसार सीवरेज लाइन का कार्य जिम्मेदारी से किया जा रहा है। बावजूद घटना होने पर तुरंत ही सुधारना शुरू कर दिया और कुछ ही समय में गंदे पानी को सीवरेज लाइन में डायवर्ड कर दिया, जिससे गंदा पानी क्षिप्रा नदी में मिलने से रूक गया।
घटना में तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश
शिप्रा तट तीर्थ पुरोहित समिति के राजेश त्रिवेदी ने कहा टाटा और स्मार्ट सिटी ने नया प्रयोग किया है। जिसके कारण शिप्रा में सीवरेज का गंदा पानी मिलने से नदी का पानी गंदा हुआ है। इससे हजारों श्रद्धालुओं की भावना आहत हुई है। प्रशासन को इस तरह के कार्य से पहले एतियात बरती जाए। नदी में गंदा मिलने से तीर्थ पुरोहितों में भी आक्रोश है।
रूद्र सागर की ओर से आने वाली मुख्य सीवरेज लाइन को रामानुजकोट के समीप स्थित लाइन से मिलाया जा रहा था। इस दौरान यहां लगी लाइन डैमेज हो गई। टीम ने युद्धस्तर पर कार्य कर कुछ ही समय में डैमेज सुधार कर पानी को क्षिप्रा नदी में मिलने से रोक दिया।
-रोशन सिंह, नगर निगम आयुक्त, उज्जैन