महाकाल लोक भ्रमण के बाद बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भगवान महाकाल का दर्शन-पूजन भी किया
उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकालेश्वर के प्रांगण के निर्माण कार्य और सुंदर महाकाल महालोक प्रतीक है नए भारत का। वर्तमान सरकार नए भारत को एक सुंदर और आध्यात्मिक स्वरूप में देखना चाहती है। यह बात केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार सुबह महाकाल महालोक के भ्रमण व श्री महाकाल की पूजन-दर्शन के बाद मीडिया से कही।
सुबह मंदिर आये श्री गोयल ने नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन कया। उसके बाद उन्होंने सोला पहन कर सपत्नीक मंदिर के गर्भगृह में पूजन-अभिषेक किया। श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल सपत्नीक भगवान महाकाल का पूजन-अभिषेक करने पहुंचे थे। उन्होंने मंदिर में जाने से पहले नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन ई-कार्ट में बैठकर किया। अवलोकन के बाद उन्होने सोला पहनकर गर्भगृह में पूजन कर भगवान से आशीर्वाद लिया।
मंदिर के पंडित आशीष पुजारी ने मंत्री पीयूष गोयल को पूजन अभिषेक करवाया। पूजन के बाद उन्होने नंदी हाल में बैठकर भगवान महाकाल की भोग आरती के दर्शन भी किए। इस दौरान उनके साथ सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल भी थे। केंद्रीय मंत्री गोयल का श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, प्रशासक संदीप सोनी, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने भगवान महाकाल का प्रसाद व तस्वीर भेंट कर सम्मान किया।
वस्त्र क्षेत्र के उद्योग के लिए नई संभावनाएं
केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया से चर्चां में कहा कि उज्जैन मेें उद्योग की संभावनाओं को लेकर उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मित्र टेक्सटाइल मेगा पार्क प्रारंभ हो रहा है। यहां उद्योगों को आधुनिक सुविधाएं मिलेगी। वस्त्र क्षेत्र के उद्योग के लिए नई संभावनाएं मध्यप्रदेश में आए और मध्य प्रदेश वस्त्र उद्योग का केंद्र बने लाखों लोगों को रोजगार मिले, व्यापार करने का अवसर मिले, विदेशों में निर्यात करने का अवसर मिलेगा।
उज्जैन में भी अलग-अलग योजनाओं के कार्य चल रहे। उन्होंने कहाकि पूरे देश की आस्था बाबा महाकाल के ऊपर है। बाबा महाकाल से यही प्रार्थना है कि देश में सभी को सुख, शांति, समृद्धि दें। सभी के जीवन में हर्षोल्लास रहे। भगवान महाकाल के दरबार में आकर देश के प्रति कुछ करने की प्रेरणा मिलती है।
संडे को बढ़ी भीड़, प्रांगण में लगाये बेरिकेड्स
रविवार को मंदिर में अचानक दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ गई। रविवार और सोमवार को महाराणा प्रताप जयंती का अवकाश होने के कारण भी बाहर के दर्शनार्थी काफी दर्शनार्थी उज्जैन पहुंच गये। रविवार को सुबह केंद्रीय मंत्री के दर्शन के कारण लंबे समय के लिए कतार थमी रही, भीड़ का दबाव होने के कारण मंदिर समिति ने दर्शनार्थियों को मंदिर से सीधे बाहर भेजना प्रारंभ कर दिया।
उन्होंने मंदिर प्रांगण में जाने के रास्तों पर बेरिकेडिंग कर दी। इससे कई दर्शनार्थियों में नाराजगी भी दिखाई दी और इसके लिए वे सुरक्षा गार्डों से उलझते रहे। लोगों का कहना है कि मंदिर प्रांगण में स्थित प्राचीन मंदिर जैसे स्वप्रेश्वर महादेव, साक्षी गोपाल, सिद्धि विनायक, माता मंदिर, हनुमान मंदिर, गुरुदेव मंदिर आदि के दर्शन से उन्हें दूर रखा जा रहा है जो गलत है। ऐसे भी मंदिर में दर्शनार्थियों की अधिक संख्या और मंदिर परिसर में बेरिकेडिंग का सीधे-सीधे तौर पर कोई लेना-देना नहीं है।