उज्जैन, अग्निपथ। सिविल सर्विस की सबसे कठीन परीक्षा यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) में शहर की रोचिका गर्ग ने बाजी मार ली। मंगलवार को आए रिजल्उ में उनकी १७४ वीं रैंक बनी है। हालांकि कम अंक के कारण आईएएस की संभावना नहीं होने पर वह दोबारा प्रयास कर सकती है।
हीरामिल की चाल स्थित अरिहंत परिसर निवासी पॉवर लूम संचालक व वीडी बैंक के डायरेक्टर राजेश गर्ग व सुनीता गर्ग की इकलौती पुत्री रोचिका गर्ग एनआईटी भोपाल से बी टेक करने के बाद पिछले तीन वर्ष से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। दो बार असफलता के बाद भी जुटी रहीं। नतीजतन वर्ष २०२२ में दी यूपीएससी के मंगलवार को आए परिणााम में उनकी १७४ वीं रैंक बनी है। सामान्य कैटेगरी में होने से उनकी रैंक के हिसाब से उन्हें इंकम टैक्स कमिश्नर बनाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि यूपीएससी में उज्जैन के चार युवा इंटरव्यू तक पहुंच गए थे, लेकिन सफलता सिर्फ रोचिका को मिल पाई है।
मेहनत से कोई भी लक्ष्य आसान
रोचिका ने बताया कि माता-पिता की इच्छा थी कि वह सिविल सर्विस में जाए और लोगों की मदद करे। बी टेक करते ही चार साल पहले एलएनटी कंपनी में 7.50 लाख के पैकेज पर नौकरी का आफर मिला था। लेकिन मम्मी पापा की इच्छा को देख यूपीएससी को लक्ष्य बनाया। प्रतिदिन १०-११ घंटे पढ़ाई की। आईएएस बनने के लिए नौकरी के साथ फिर प्रयास कर सकती हूं। रोचिका की सहेली आशी गर्ग ने बताया कि इंटरव्यू के बाद ही रोचिका का पास होना तय हो गया था। इस सफलता के बाद गर्ग परिवार में खुशी का माहौल हो गया। रिश्वतेदार व परिचित उन्हें दिन-भर बधाई देते रहे।