विकासखण्ड नि:शक्तजन शिविर में अन्य जिलों से चिकित्सा विशेषज्ञ मेडिसिन की ड्यूटी लगाये जाने को कहा
उज्जैन, अग्निपथ। जिला अस्पताल में चिकित्सा विशेषज्ञ की किस प्रकार से कमी है। ऐसी स्थिति सिविल सर्जन द्वारा क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को लिखे पत्र से स्पष्ट होती है। आज से 6 दिवसीय विकासखंड स्तरीय नि:शक्तता शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें चिकित्सा विशेषज्ञ मेडिसीन की अन्य जिलों से ड्यूटी सुनिश्चित करने का अनुरोध सिविल सर्जन द्वारा किया गया है।
शिविर का आयोजन आज 24 से 31 मई तक खाचरौद, इंगोरिया, महिदपुर, तराना घट्टिया तथा नागदा में किया जा रहा है। जिसमें जिला चिकित्सालय में पदस्थ विषय विशेषज्ञों की ड्यूटीयां लगाई गई है। लेकिन एमडी मेडिसीन का चिकित्सा विशेषज्ञ जिला अस्पताल में नहीं होने के कारण सिविल सर्जन ने क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाओं को पत्र लिखकर उक्त शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञ मेडिसीन की ड्यूटी लगाई जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं से अधीनस्थ अन्य जिलों में पदस्थ चिकित्सा विशेषज्ञ की ड्यूटी उक्त शिविर में लगायें जाने के आदेश प्रसारित करने को कहा है।
जिला और माधव नगर अस्पताल के मरीजों को कौन देखेगा
जिला चिकित्सालय में एमडी मेडिसीन को छोडक़र अस्थि रोग विशेषज्ञ, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, मानसिक रोग विशेषज्ञ की ड्यूटी तो लगा दी गई है। लेकिन केवल मेडिसीन विशेषज्ञ पदस्थ नहीं होने के कारण इनकी ड्यूटी नहीं लगाई जा सकी है। केवल एक माधव नगर में चिकित्सा विशेषज्ञ मेडिसीन डॉ. एचपी सोनानिया पदस्थ हैं। यदि उनकी ड्यूटी इस छह दिवसीय शिविर में लगा दी जाती है तो जिला और माधव नगर अस्पताल में भर्ती मरीजों को कौन देखेगा। यह एक गंभीर प्रश्न स्वास्थ्य विभाग के सामने खड़ा हो गया है।