बिहार से आये एक दर्जन से अधिक कारीगर दिन-रात लगे हैं मूर्तियों की मरम्मत में
उज्जैन अग्निपथ। महाकाल लोक में रविवार को आंधी के कारण धराशायी हुई सप्त ऋषियों की मूर्तियों 1 जून तक पुन: अपने स्थान पर स्थापित हो जायेंगी। ऐसी संभावना मंदिर सूत्र जताते हैं। 2 जून को यहां पर नेपाल के प्रधानमंत्री भी आ रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके आगमन के पूर्व मूर्तियां अपने स्थान पर स्थापित हो जायेंगी।
रविवार को तेज आंधी बारिश के कारण महाकाल लोक की 6 मूर्तियां धराशायी हो गई थीं। इस कारण महाकाल लोग में लगी सप्त ऋषियों की मूर्तियां गिर कर टूट गई थीं। इस बार मूर्तियों की मजबूती के लिए अंदर लोहे की रॉड और आधार में चार लोहे की रॉड लगाकर मजबूती दी गई है। सभी मूर्तियों की रिपेयरिंग का काम महाकाल लोक की पार्किंग में बन रहे भक्त निवास के सामने चल रहा है। यहां बिहार से आए एक दर्जन से अधिक कारीगर लगातार मूर्तियों की मरम्मत में लगे हैं।
लोहे की रॉड से दी मजबूती
बिहार से आए कारीगर ने बताया कि गुरुवार तक काम पूरा होने की पूरी संभावना है। मूर्तियों में मजबूती देने के लिए बेस पर चार लोहे की रॉड लगाई गई। साथ ही, एक लोहे की रॉड मूर्ति के अंदर लगाई है, जो कि ऊपर तक जा रही है, जिससे मूर्तियों में मजबूती बनी रहेगी। फिलहाल, मूर्तियों को कलर करने से पहले का कार्य किया जा रहा है। एक टीम बिहार की आ चुकी है। पानी के टैंकर मंगवाए गए हैं। देर रात तक सभी मूर्तियों को रंग कर जल्द ही इंस्टाल कर दिया जाएगा।
मूर्तियों को ज्यादा मजबूती देने के लिए कारीगरों ने प्लेटफार्म पर भी लोहे की रॉड लगाई है। जिसे तेज आंधी में मूर्तियों को नुकसान नहीं पहुंचे। इसके साथ ही मूर्तियों के नीचे केमिकल लगाकर उसे पैक भी किया जा रहा है, ताकि हवा का प्रेशर मूर्तियों के अंदर तक नहीं पहुंच पाए। इधर, मूर्तियों को कलर करने के लिए बिहार से 4 सदस्यों की टीम भी उज्जैन पहुंची है।