विधायक परमार का आरोप; री-डेंसिफिकेशन योजना के तहत भ्रष्टाचार
उज्जैन, अग्निपथ। माधव कॉलेज (अब कालिदास कन्या कॉलेज देवासगेट) की जमीन को री-डेंसिफिकेशन योजना के तहत बेचने की योजना बनाने का आरोप कांग्रेस विधायक महेश परमार ने लगाते हुए लोकायुक्त में शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देवास गेट पर माधव कालेज ( अब कालिदास कन्या कॉलेज) को री-डेंसिफिकेशन योजना के तहत तहत बेचने की अफसर और मंत्री मोहन यादव बना रहे हैं। इस जमीन को मंत्री यादव खुद खरीदने की योजना पर काम कर रहे हैं।
यह सरकार की पुन: घनत्वीकरण योजना का दुरुपयोग है। उन्होंने कहा कि विक्रम विश्व विद्यालय की भूमि दान में मिली थी। इसे खरीदा नहीं जा सकता है। माधव कालेज जो वर्तमान में कालीदास कन्या कालेज के रूप में चल रहा है। इसकी जमीन खेलकूद के इस्तेमाल में ली जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में उक्त भूमि को कलेक्टर, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी, कालीदास कन्या कालेज के अधिकारी, हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी जमीन को औने-पौने दाम पर बेचकर खरीदने की योजना बना रहा है।
यह करीब ढाई सौ करोड़ रुपए का घोटाला होने जा रहा है। जनहित में इसकी जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं विधायक परमार ने भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर पूछा है कि आपके पुरखों के नाम पर माधव कालेज को भाजपा नेता बेंच रहे हैं। अब आपके उसूलों पर आंच आयेगी या नहीं। भाजपा नेता शहर की गौरवशाली पंरपरा को नष्ट करने की योजना बना रहे हैं। अब जनता का अपमान हो रहा है। अब भी आप चुप रहेंगे। यह जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता और एडवोकेट विवेक गुप्ता ने दी। वहीं इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के पीए ने नरेन्द्र तोमर के यहाँ विवाह समारोह में मंत्री के होने की बात कहते हुए बाद में बयान देने का आश्वासन दिया।
140 वर्ष पुराने प्राचीन माधव कॉलेज को बेचने का विरोध
शहर के अति प्राचीन 140 वर्ष पुराने माधव महाविद्यालय को बेचने का शहर कांग्रेस कमेटी एवं शहर के सभी छात्र नेता रहे विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा पुरजोर विरोध किया गया है। इस संबंध में मंगलवार को एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया जिसमें अति प्राचीन कॉलेज को बैचने की उच्च शिक्षा विभाग की नीति का विरोध किया गया।
पार्षद रवि राय ने बताया कि शहर के अधिकतर नेतागण इसी महाविद्यालय में अध्ययनरत रहे और इस विश्वविद्यालय में सांसद, विधायक, मंत्री, पार्षद, कई वरिष्ठ अधिकारी, पत्रकार इस कॉलेज ने शहर और समाज को दिए हैं। इस कॉलेज का शासन द्वारा विक्रय कार्य 91 करोड़ रूपये में किया जा रहा है। इसका हर स्थिति पर विरोध सडक़ों पर किया जाएगा और हजारों छात्र एवं पूर्व छात्र इस सरकार की पुरानी संपति विक्रय का विरोध करेंगे।
बैठक में पूर्व विधायक डॉ बटूकशंकर जोशी, पूर्व अध्यक्ष महेश सोनी, पूर्व विक्रम विश्वविद्यालय अध्यक्ष योगेश शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया, पूर्व विक्रम विश्वविद्यालय अध्यक्ष अशोक यादव, पूर्व बार अध्यक्ष प्रमोद चौबे, विवेक यादव, चेतन यादव, सलीम कप्तान, हरनाम सिंह यादव, कैलाश बिसेन, अशोक सारवान, अरुण वर्मा, अनवर बाबा, नाना तिलकर, लकी ठाकुर, पीयूष व्यास, बबलू खींची, असलम लाला, दीपेश जैन, शक्ति वर्मा, अरुण बाली, मन्नू सिकरवार, हिमांशु शुक्ला, सुदर्शन गोयल, यशवंत चौहान, कपिल सहगल, जावेद डिप्टी, पवन यादव, धीरज यादव, भास्कर लोट, राहुल लोट, केडी सिंह, डॉ जितेंद्र परमार अंबर माथुर प्रितेश शर्मा उपस्थित थे।
राज्यपाल के नाम देंगे ज्ञापन
शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि राय ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि देवास गेट माधव महाविद्यालय के नाम से इसकी बिक्री होती है तो कालिदास महाविद्यालय कहां जाएगा। इसलिए पुराना माधव महाविद्यालय को पुन: लाने का प्रयास करेंगे। इस संबंध में आज बुधवार सुबह 11 बजे शहर कांग्रेस कमेटी उज्जैन में इसकी बैठक होगी और 12 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन दिया जाएगा।