उज्जैन, अग्निपथ। नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर को लेकर अपर कलेक्टर, एसडीएम कोर्ट ने श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के संतों के पक्ष में फैसला दिया है। स्वार्थ की पूर्ति नहीं होने से बौखलाए लोग संतों को प्रवेश और पूजन करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। अगर किसी ने संतों को रोका तो सडक़ पर नाग साधुओं को खड़ा करके सबको खत्म कर दिया जाएगा। किसी को भी नहीं ब शा जाएगा। यह धमकी श्री पंच दशनाम अखाड़े के सचिव व संत देवगिरी महाराज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि संत समाज को रोका तो सबको एक साथ खत्म कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 1960 -61 से यहां जूना अखाड़ा के संत और महंत पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। 1977 में पार्वती गिरी माई की मृत्यु के बाद से भगवान सिंह पूजन करते चले आ रहे हैं। 2025-16 में अपर कलेक्टर कोर्ट ने महंत हरीगिरी महाराज के पक्ष में फैसला सुनाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्लू पहलवान, राजेंद्र जैन आदि अपने स्वार्थ की पूर्ति नहीं होने पर बौखलाहट में साधू-संतों व अखाड़े के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हैं। हिंदू विरोधी काम कर रहे हैं।
आने वाले समय में इनसे स ती से निपटा जाएगा। इस अवसर पर राहुल कटारिया, गोविंद सोलंकी, जूना अखाड़े के महंत मोहनानंद, महंत विद्यानंद भारती, आवाहन अखाड़े के सेवानंद गिरी, महंत पुरुषोत्तम गिरी ने भी पत्रकारों के समक्ष अखाड़े का पक्ष रखा।
जूना अखाड़े को सौंपा गया है स्वामित्व
वकील अभिलाष व्यास ने पत्रकारों को बताया कि नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर पार्वती माई गिरी ने जूना अखाड़े को सौंपा। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने वाद में जूना अखाड़े के महंत हरीगिरी महाराज का भूमि में स्वामित्व दर्ज किया है। अब उनके संन्यासियों द्वारा पूजन-अर्चन किया जाता है। तहसीलदार उज्जैन ने 29 मई 2023 को हरिगिरि महाराज को कब्जा दिलाया है। इस दौरान गोविंद सोलंकी ने बताया कि श्याम गृह निर्माण का बोर्ड भंग है और स्थगन जूना अखाड़े के महंत देवगिरी महाराज के पक्ष में दिया गया है। इसके भूमाफिया दिलीप खंडेलवाल और दिल्ली पहलवान महंतों पर दवाब बनाना चाहते हैं।
क्षेत्र के लोगों के लिए परिसर खुला, वह मांगलिक कार्य कर सकते हैं
पत्रकारवार्ता के दौरान महंत देवगिरी महाराज ने कहा कि नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर परिसर में एक सत्संग हाल बना है। क्षेत्र के लोग यहां पर मांगलिक कार्य कर सकते हैं। स्थानीय लोगों को बगैर रोकटोक के सभी कार्य करने के छूट है। दिल्लू पहलवान लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। इनके खिलाफ मानहानि और पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।