पुलिस कंट्रोल रूम पर तैनात किया गया भारी बल
उज्जैन, अग्निपथ। पुलिस कंट्रोलरूम पर भूख हड़ताल कर रहे करणी सेना के 12 सदस्यों में से एक की शनिवार को तबीयत बिगड़ गई। उसे ए बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया वहीं दोपहर में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भूख हड़ताल में शामिल होने पहुंचे। इस बीच भारी पुलिस बल कंट्रोल रूम पर तैनात कर दिया गया था।
महिदपुर थाना प्रभारी दिनेश भोजक को हटाने की मांग पर करणी सेना तीन दिनों से पुलिस कंट्रोलरूम के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रही है। 12 कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे है। शनिवार को ग्राम परसोली में रहने वाले गजराजसिंह की तबीयत बिगड़ गई, जिसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं 11 कार्यकर्ताओं का मेडिकल परीक्षण किया गया।
भूख हड़ताल के तीसरे दिन करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर भूख हड़ताल में दोपहर 2 बजे शामिल होने पहुंचे। उनके साथ हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ आने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले लेग मार्च किया और पुलिस कंट्रोलरूम की ओर आने वाले मार्गों पर बैरिकेटिंग कर दी। दोपहर में भारी पुलिस बल एसपी कार्यालय के बाहर तैनात कर दिया गया था। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए महिदपुर टीआई भोजक को हटाओं के नारे लगाये।
करणी सेना द्वारा की जा रही भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे शैलेंद्र सिंह झाला ने बताया कि अधिकारी सत्ता के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने महिदपुर विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा टीआई को बचाया जा रहा है।
शाम को समाप्त हुई भूख हड़ताल
दोपहर में पहुंचे करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर की शाम को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा हुई। अधिकारियों द्वारा करणी सेना को महिदपुर टीआई के खिलाफ की गई शिकायतों पर जांच के लिये आठ दिनों का समय मांगा और कार्रवाई के लिये आश्वसत किया। अधिकारियों का आश्वासन मिलने पर पुलिस कंट्रोलरूम के बाहर चल रही भूख हड़ताल कार्यकर्ताओं द्वारा समाप्त कर दी गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आठ दिनों में कार्रवाई नहीं की गई तो महिदपुर में प्रदर्शन किया जायेगा।