नरवर थाना प्रभारी ने कलेक्टर को लिखा पत्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 1 माह से डॉक्टर नहीं
उज्जैन, अग्निपथ। जिला अस्पताल के डॉक्टर्स एमएलसी और पोस्टमार्टम (पीएम) करने से इंकार करते हैं। यह मैं नहीं बोल रहा पुलिस थाना नरवर बोल रहा है। नरवर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक माह से डॉक्टर नहीं होने के कारण जिला अस्पताल को रैफर किये गये एमएलसी और पीएम केस को यहां के डॉक्टर हेंडल करने से साफ इंकार कर देते हैं। जिला कलेक्टर के नाम थाना प्रभारी नरवर ने एक शिकायती पत्र लिखा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर में विगत एक माह से डॉक्टर की उपलब्धता नहीं होने के कारण पुलिस थाना नरवर के क्षेत्र में होने वाले एमएलसी केस और पीएम नहंी हो पा रहे हैं। जिसके चलते पुलिसकर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नरवर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले दोनों केसों को जिला अस्पताल रैफर किया जा रहा है।
जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर्स को पुलिसकर्मियों द्वारा वहां पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने का हवाला भी दिया जाता है इसके बावजूद भी दोनों केसों को हेंडल करने की जगह उनको वापस कर दिया जाता है। इस मसले से परेशान नरवर थाना प्रभारी ने कलेक्टर के नाम एक शिकायती पत्र 10 जून को लिखा है। जिसमें उक्त परेशानियों का जिक्र किया गया है।
9 जून के केस का दिया हवाला
कलेक्टर को लिखे शिकायती पत्र में 9 जून की रात्रि 11 बजे हुए केस का हवाला दिया गया है। इसमें बताया गया है कि मारपीट के झगड़े में घायल संतोषबाई, राकेश, सुनील, कलाबाई नयापुरा नरवर को जिला अस्पताल लाया गया था। लेकिन यहां पर मौजूद ड्यूटी डॉक्टर ने केवल राकेश और कलाबाई की एमएलसी करने के बाद अन्य दो की करने से साफ इंकार कर दिया। नरवर थाना प्रभारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर में कलेक्टर से डॉक्टर उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है।
एमएलसी या पीएम के लिये नहीं करेंगे इंकार
पूरा मामला सीएमएचओ के पास पहुंचने के बाद आरएमओ डॉ. भोजराज शर्मा ने शिकायती पत्र पर टीप लिखते हुए जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर्स को आदेशित कर कहा कि उन्होंने सीएमएचओ से दूरभाष पर बात कर ली है। कोई भी ड्यूटी डॉक्टर्स नरवर थाने से आने वाले एमएलसी या पीएम को मना नहीं करेंगे। बल्कि उचित कार्रवाई करेंगे।
ऐसे में आसानी से समझ आ सकता है कि डॉक्टर्स की कितनी कमी जिले में बनी हुई है। नरवर क्षेत्र में रहने वाले मरीजों की डॉक्टर के बिना कितनी फजीहत हो रही होगी। उनको अपना इलाज करवाने के लिये माधव नगर अथवा जिला अस्पताल आना पड़ रहा होगा।