किराना व्यापारी ने बैंक मैनेजर पर भी शामिल होने का लगाया आरोप
बडऩगर,अग्निपथ। नगर के एक किराना व्यापारी के साथ ड्राफ्ट के माध्यम से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें ड्राफ्ट की फोटो से ही एक करोड़ निकाले जाने की बात कही जा रही है। मामला पुलिस तक पहुंचा है जिसमें फरियादी ने आवेदन देकर धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर खाते में वापस रूपए दिलाने की गुहार लगाई है। फरियादी ने बैंक मैनेजर पर भी धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया है। उप निरीक्षक सुरेंद्र गरवाल का कहना है कि मामले में पुलिस को आवेदन प्राप्त हुआ है। जांच की जा रही है ।
पुलिस को सौंपे आवेदन में पवन अग्रवाल पिता सिताराम अग्रवाल निवासी शिवाजी रोड बडऩगर ने बताया कि उनकी फर्म का करंट खाता अग्रवाल एजेन्सी के नाम से एसडीएफसी बैंक में है। उक्त खाते से एक करोड़ की राशि का डिमांड ड्रॉफ्ट (डीडी) व्यापार के संबध में राजवीर फूड कार्पोरेशन के नाम बनवाया था। जिससे सम्पर्क करवाने में आकाश निवासी बडऩगर एवं विजय निवासी उज्जैन के माध्यम से व्यापार की चर्चा हुई थी। जिसके बाद इनके साथी रोहित झा से सम्पर्क करके डीडी का फोटो वाट्सअप किया था।
जब उक्त डीडी बैंक में निरस्त करवाने गये तब बैंक मैनेजर राजेश गोस्वामी ने बताया कि इस डीडी का भुगतान राजवीर फूड कार्पोरेशन को हो चुका है। जब कि ओरिजनल डीडी हमारे हाथ में था। जिसके बावजूद भी बैंक मैनेजर गोस्वामी ने डीडी केन्सल करने से मना कर दिया। वहीं उक्त नकली डिमांड ड्रॉफ्ट डीडी से भुगतान हुआ तब मैनेजर गोस्वामी द्वारा हमें कोई सूचना भी नही दी गई। जबकि मैनेजर गोस्वामी ने कहा था कि ओरीजनल डीडी पर अभी मेरे हस्ताक्षर होना बाकी है। जब भी उक्त डीडी भुगतान करवाओगे तब मेरी सूचना एवं मेरे हस्ताक्षर के बिना उक्त डीडी का भुगतान नहीं होगा।
फिर भी नकली डीडी बनाकर अपराधियों द्वारा राशि प्राप्त कर ली गई है। इस प्रकर आकाश, विजय व रोहित ने मुझे अंधेरे में रखकर उक्त धोखा घड़ी की है। यह जानकारी मुझे एवं बैंक मैनेजर के पास में ही थी कि मेरे खाते से 1 करोड की डीडी बनी है। इस संबंध मेंबैंक मैनेजर से चर्चा करनी चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।