वाट्सअप मैसेज वायरल कर मामा ने पकड़ा आरोपी,लोगों ने पीटा
उज्जैन,अग्निपथ। एक ई रिक्क्षा चालक ने शुक्रवार को मुक बधिर नाबालिक को अपना शिकार बनाने का प्रयास किया। किशोरी के लापता होने की जानकारी मिलते ही परिजनों ने आरोपी को भैरवगढ़ क्षेत्र में पकडक़र पुलिस के हवाले कर दिया। मामले में महाकाल पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है।
भैरवगढ़ स्थित गोंसा दरवाजा निवासी अखिलेश तिवारी ई रिक्क्षा चलाता है। शुक्रवार सुबह उसने जयसिंहपूरा में मूक बधिर अर्ध विक्षप्त युवती को गलत नियत से रिक्क्षा में बैठाया और भैरवगढ़ ले गया। किशोर के लापता होने पर उसके मामा ने ई रिक्शा चालकों के लिए बनाए वाट्सअप ग्रुप में भांजी के गुम होने की सूचना डाल दी।
ग्रुप में अन्य रिक्क्षा चालकों ने बताया कि अखिलेश लापता बताई जा रही किशोरी को भैरवगढ़ की ओर ले जाता दिखा है। सूचना पर परिजन भैरवगढ़ पहुंचे और किशोरी को छूड़ाकर पुलिस को कॉल कर दिया। इस दौरान उन्होंने अखिलेश की जमकर पीटाई भी कर दी,जिसका सोश्यल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो गया। इधर भैरवगढ़ पुलिस ने घटना जयसिंह पूरा की होने से आरोपियों को महाकाल पुलिस के हवाले कर दिया।
मनो विकास शिक्षक की मदद से केस
टीआइ्र मुनेंद्र गौतम ने बताया कि पीडि़ता बोलने व सुनने में सक्षम नहीं है। उसके साथ घटी घटना को समझने के लिए मनो विकास के चिकित्सक को बुलाया। पीडि़ता ने उन्हें ईशारे में घटना बताई। इस पर आरोपी के खिलाफ अपहरण,छेड़छ़ाड व पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
इधर..नेत्रहीन से गैंगरेप करने वाले 10 घंटे में धराए,चारों को जेल भेजा
उज्जैन, उन्हेंल अग्निपथ। तीन दिन पहले उन्हेंल मेें पड़ौसी,रिश्तेदार व एक नाबालिग सहित चार लोगों ने नेत्रहीन अधेड़ महिला से गैंगरेप कर दिया था। गुरुवार रात सामने आई इस घटना में पुलिस ने शुक्रवार को चारों आरोपियों को दबोचकर जेल भेज दिया। उन्हेल से करीब चार किमी दूर ग्राम लसुडिय़ा चुहड़ निवासी ४५ वर्षीय नेत्रहीन महिला के पति की करीब १० साल पहले मृत्य़ु हो गई। बेटा पत्नी के साथ पूना में रहकर ठेला लगाता है।
महिला १३ जून की रात टायलेट के लिए उठी थी। इसी का फायदा उठाकर समीप ही रहने वाले अंकितपिता रमेश भानमता,कृष्णा पिता उदयसिंह भानमता,नीलेश पिता पप्प्पू भानमता व नाबालिग घूस गए और उसके साथ दुष्कर्म करने लगे। महिला की चीख सूनकर पड़ौस में रहने वाला भतीजा पहुंचा तो चारों उसे धक्का देकर भाग गए।
घटना का पता चलते ही बेटा गुरुवार को पहुंचा और मॉ को थाने ले गया। पीडि़ता से वारदात का पता चलते ही थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने केस दर्ज खोजबीन की और चारों को दबोच लिया। शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को तीन को कोर्ट के आदेश पर जेल और एक को बाल संरक्षण ग्रृह भेज दिया है। मामले मेें जल्द ही जांच पूरी कर चालान पेश करेंगे।