अलग-अलग बैंक अकाउंट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर डलवाए रुपए
इंदौर, अग्निपथ। डिजिटल मार्केटिंग के नाम पर एक युवक से करीब 20 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत पर दस खाता धारकों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है। लसूडिय़ा थाना पुलिस के मुताबिक फरियादी आर्यन पिता अमिताभ शिवहरे उम्र 23 साल निवासी महालक्ष्मी नगर की शिकायत पर अलग-अलग बैंक के 10 अकाउंट होल्डरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
आर्यन ने पुलिस को बताया कि 5 जनवरी को उसके मोबाइल नंबर पर एक अन्य मोबाइल नंबर 9598726534 से वॉट्सऐप पर मैसेज आया। मैसेज में टेलीग्राम पर कोई ग्रुप जॉइन करने के लिए लिंक भेजी गई थी। लिंक पर क्लिक कर उसने ग्रुप जॉइन कर लिया। ग्रुप का नाम ब्लू लाईट एए-01 था। ग्रुप में डिजिटल मार्केटिंग को लेकर टारगेट मिलने लगे। टारगेट मिलने पर फरियादी ने प्री-पेड कर इन्वेस्ट के साथ ही सोशल मीडिया पर लाइक बढ़ाने का काम किया।
प्री-पेड के तहत फरियादी इन्वेस्टमेंट करता रहा, शुरुआत में उसे रुपए वापस भी मिले। जिसके बाद वो और रुपए इन्वेस्ट करने लगा। आर्यन ने अलग-अलग समय पर करीब 19 लाख 50 हजार रुपए प्री-पेड कर दिए। लेकिन बाद में रिटर्न आना बंद हो गया। जिस नंबर से मैसेज आया था, वो भी फ्रॉड निकला। आर्यन से ठगों ने यस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, फेडरल बैंक के खातों में रुपए डलवाए। ऐसे 10 खातों धारकों के खिलाफ पुलिस ने धारा 420 और 406 के तहत केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
ठगों ने खाते से उड़ाए 1 लाख
मल्हारगंज थाना पुलिस के मुताबिक फरियादी नवदीप पिता गोविंद काबरा निवासी जवाहर मार्ग राज मोहल्ला की शिकायत पर आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के खाते क्रमांक 10125619061 के धारक मोनी बेसरा निवासी बोला हरीहरपुर दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। नवदीप ने पुलिस को बताया कि उसके यूपीआई के माध्यम से बिना किसी को जानकारी शेयर किए 96 हजार 900 रुपए का ट्रांजेक्शन हो गया। पुलिस ने दस्तावेज की जांच की तो अकाउंट होल्डर का नाम सामने आया। मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।