भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजपालसिंह सिसौदिया का आरोप- 40 लाख रुपये लेकर टिकट बेचे
भोपाल। कांग्रेस इस समय अविश्वास के दौर से गुजर रही है। कन्फ्यूजन के दौर से गुजर रही है। कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को टंगड़ी मारकर गिरा रहे हैं और उन्हें ऐसा करने से कांग्रेस का नकारा नेतृत्व रोक नहीं पा रहा है। कांग्रेस के नेता और पदाधिकारी ही कमलनाथ पर विश्वास नहीं करते हैं। ऐसे में प्रदेश की जनता उन पर क्यों विश्वास करे?
यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजपालसिंह सिसौदिया ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। श्री सिसौदिया ने कहा कि प्रदेश की जनता कमलनाथ से उनकी ही पार्टी के लोगों द्वारा लगाए जा रहे 40 लाख रुपये लेकर टिकट बेचने के आरोपों का जवाब मांग रही है।
कमलनाथ के नेतृत्व में ठीक नहीं कांग्रेस के हाल
सिसौदिया ने कहा कि बीते दिनों में अनेक जिलों में जो घटनाएं हुई हैं, वो हास्यास्पद तो हैं ही, कांग्रेस के लिए चिंताजनक भी हैं। अशोकनगर में जिला अध्यक्ष को ही माइक छीनकर कार्यक्रम से रवाना कर दिया गया। खंडवा में कांग्रेस के कार्यक्रम में मारपीट हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। सोशल मीडिया पर ही खंडवा के एक नेता दूसरे नेता का नाम लेकर 40 लाख में टिकट पक्का करने की बात कह रहे हैं। कांग्रेस के ही लोग एनएसयूआई के पद पैसों में बेचे जाने का आरोप लगा रहे हैं। उज्जैन शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का ऑडियो सोशल मीडिया पर हम सभी ने सुना है, जिसमें वो आपत्तिजनक बात कर रहे हैं, सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाडऩे की बातें कर रहे थे। उन्हें पहले नोटिस दिया जाता है और शाम तक उन्हें हटा दिया जाता है। इन सब बातों से यह स्पष्ट होता है कि कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
मोहब्बत की दुकान वोट बैंक की राजनीति का एजेंडा
सिसौदिया ने कहा कि उज्जैन के शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का जो ऑडियो वायरल हुआ है, उसमें वे उज्जैन के वातावरण को देखते हुए किसी मुस्लिम को टिकट न देने की बात कह रहे हैं। उधर, उज्जैन से आने वाली कांग्रेस नेत्री नूरी खान स्वयं टिकट मांग रही है जिसके लिए वो समाजों को बांटने का काम लगातार कर रही हैं। उज्जैन जिले के इस प्रकरण से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान सिर्फ वोट बैंक की राजनीति का एक पक्षीय व्यापारिक एजेण्डा मात्र है। श्री सिसौदिया ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र हमेशा चुनाव आते ही सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे का रहा है।
प्रदेश की जनता क्यों विश्वास करे?
सिसौदिया ने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व में गुटीय राजनीति के चलते प्रदेश के दर्जन भर से अधिक जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। हैरानी की बात है कि जिस पार्टी का प्रदेश के एक दर्जन जिलों में जिलाध्यक्ष ही नहीं है, वो चुनाव में जाने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के अजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, गोविंद सिंह जैसे नेता कमलनाथ को अपना नेता ही नहीं मानते हैं। श्री सिसौदिया ने कहा कि जिन कमलनाथ पर कांग्रेस के जिला अध्यक्षों से लेकर अन्य नेता और पदाधिकारी ही भरोसा नहीं करते हैं, ऐसे में प्रदेश की जनता उन पर क्यों विश्वास करे?
मुख्यमंत्री रहते एसी चेंबर से निकले नहीं, अब यात्रा निकाल रहे कमलनाथ
श्री सिसौदिया ने कहा कि कमलनाथ मुख्यमंत्री रहते हुए कभी अपने एसी चेंबर से बाहर नहीं निकले। कितनी ही बार प्रदेश में आपदाएं आईं, मुसीबतें आईं, लेकिन कमलनाथ कभी किसी पीडि़त का हाल पूछने नहीं गए। वही कमलनाथ अब चुनाव नजदीक आने पर कमलनाथ संदेश यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा में किस तरह की खींचातानी हो रही है, आपस में झगड़े हो रहे हैं, यह प्रदेश की जनता देख रही है, मीडिया देख रहा है।
सिसौदिया ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व के प्रति जिस प्रकार का अविश्वास का वातावरण है, उसे भी प्रदेश की जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि जो कमलनाथ मुख्यमंत्री रहते हुए पार्टी के नेताओं, विधायकों से चलो-चलो कहा करते थे, उन्हें पार्षद के उपचुनाव में छिंदवाड़ा की जनता ने ही चलो-चलो कर दिया है। श्री सिसौदिया ने कहा कि कांग्रेस अगर वर्तमान नेतृत्व के साथ चुनाव में जाती है, तो भारतीय जनता पार्टी की जीत अपने-आप सुनिश्चित हो जाती है।