निशुल्क शिक्षा की राशि एवं पांचवी आठवीं बोर्ड परीक्षा का निर्णय 2 दिन में होगा
उज्जैन, अग्निपथ (एस.एन. शर्मा)। प्रदेश के कई अशासकीय शाला संगठनों द्वारा अशासकीय विद्यालय संगठन संयुक्त मोर्चा बनाकर 19 जून को भोपाल में राज्य शिक्षा केंद्र के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश के 52 जिलों के सैकड़ों स्कूल संचालकों अशासकीय स्कूलों की 5 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया।
भोपाल राज्य शिक्षा केंद्र पर सैकड़ों की संख्या में अशासकीय स्कूलों के संचालकों की भीड़ देखकर शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं मुख्यमंत्री के ओएसडी द्वारा संगठन के 5 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर समस्याओं पर चर्चा कर उनका शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन दिया। इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल शैलेश तिवारी संदीप अग्निहोत्री आशीष चटर्जी दीपेश ओझा आदि ने तत्काल समस्याओं का निराकरण करने का दबाव बनाने पर मुख्यमंत्री के ओएसडी ने कहा कि आगामी 2 दिन में निशुल्क शिक्षा की राशि सभी स्कूलों को एवं पांचवी आठवीं बोर्ड परीक्षा को लेकर बच्चों के हित में निर्णय लिया जाएग।
अशासकीय विद्यालय संगठन संयुक्त मोर्चा द्वारा निशुल्क शिक्षा सत्र 2021 -22 की राशि 30 जून तक एवं सत्र 2022-23 की राशि 31 जुलाई तक भुगतान करने एवं कक्षा एक से आठवीं तक की रुकी हुई नवीनीकरण मान्यता को बाहर किया जाए। कमी पूर्ति के लिए आगामी मान्यता तक का समय दिया जाए। उक्त ज्ञापन मैं मान्यता के लिए जरूरी रजिस्टर्ड किरायानामा के स्थान पर नोटरी किराया नामा लिया जाकर संबद्धता एवं मान्यता शुल्क समाप्त किया जाए वहीं सत्र 2016 से 2022 तक के रुके प्रपोजल बनाने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया जाए जिन बच्चों के आधार सत्यापन नहीं हो रहे हैं उनका भौतिक सत्यापन कराकर आरटीई की राशि भुगतान की जाए। राज्य शिक्षा केंद्र एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों आदि के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि आपकी शेष रही मांगों पर भी 1 सप्ताह में विचार कर स्कूलों के पक्ष में निर्णय लिया जाएगा।
आंदोलन में शामिल संगठन
19 जून को भोपाल में जंगी प्रदर्शन में प्रदेश स्तरीय संगठनों में मध्यप्रदेश स्वतंत्र संचालक संघ, मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल संचालक मंच संदीप अग्निहोत्री एवं शैलेश तिवारी , सोपास के आशीष चटर्जी , प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्थान संघ के दीपेश ओझा ह अपने सैकड़ों सदस्यों के साथ शामिल हुए।
भोपाल में अब तक अशासकीय शाला संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शन में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन था। अशासकीय स्कूलों की विभिन्न समस्याओं को लेकर अशासकीय प्रतिनिधि शाला संगठन के प्रमुख पदाधिकारी जितेंद्र शिंदे महेश जायसवाल मनीष रावल सुशील पटेल दिनेश भट्ट मनीष भारद्वाज आदि भी अपने साथियों सहित प्रदर्शन में शामिल होकर स्कूलों की समस्याओं की बात रखी।