उज्जैन, अग्निपथ। अमृत योजना में खोदे गये तालाब में डूबे 2 बालको के शव गुरूवार रात 10.30 बजे निकाले गये थे। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान ग्रामीणों और परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अवैध उत्खनन कर मापदंड से अधिक गहरा तालाब खोदा जा रहा था। जिसको लेकर पूर्व में शिकायत की गई थी।
भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कालियादेह में रहने वाले गोपाल पिता मनोहर चौधरी (15) और विनीत पिता जितेन्द्र विश्वकर्मा (17) गुरूवार शाम घर से निकले थे। रात 9.30 तक वापस नहीं लौटे। परिजनों ने तलाश शुरू की, दोनों के कपड़े-चप्पल पंचक्रोशी मार्ग पर अमृत योजना में खोदे गये तालाब के पास दिखाई दिये। दोनों के डूबने की आशंका में तलाश शुरू की गई। करीब एक घंटे बाद दोनों के शव बरामद हुए। भैरवगढ़ थाना पुलिस शवों को रात 11 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंची और मामले में मर्ग कायम किया।
शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान मृतको के परिजनों के साथ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तालाब 10 फीट खोदा जाना था, लेकिन गरोठ-इंदौर मार्ग निर्माण का काम कर रही क पनी के ठेकेदार द्वारा अवैध उत्खनन कर तालाब को 50 फीट से अधिक गहरा कर दिया गया है। शव मिलने के बाद भी परिजनों ने यही आरोप लगाया था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे। मृतक विनित परिवार का एकलौता पुत्र होना सामने आया है। दोनों मृतक बालक कक्षा 8 वीं और 10 वीं के छात्र थे।
तहसीलदार ने दिया जांच का आश्वासन
पोस्टमार्टम के दौरान तहसीलदार प्रकाश परिहार जिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्होने परिजनों और ग्रामीणों द्वारा लगाये जा रहे आरोपों की जांच का आश्वासन दिया। ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व में शिकायत की गई थी। उस वक्त जिला पंचायत सीईओ ने मौके पर पहुंचे पंचनामा बनाया था और सरपंच, सहायक सचिव को अवैध उत्खनन रोकने के निर्देश दिये थे। उसके बाद भी खुदाई का काम जारी था। भैरवगढ़ टीआई प्रवीण पाठक ने भी मर्ग जांच के दौरान निष्पक्ष कार्रवाई की बात कहीं है।
अंतिम संस्कार के लिये दी राशि
तहसीलदार प्रकाश परिहार ने दोनों बालको की मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिये परिजनों को शासन की योजना अंतर्गत पंचायत की ओर से 5-5 हजार की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की और कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शासन की ओर से 4-4 लाख की सहायता प्रदान कराई जायेगी।