मामला कर्मचारी को प्लाट आवंटन में गड़बड़ी का
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन विकास प्राधिकरण में कर्मचारी कोटे के आवंटन में हुई गड़बड़ी के आरोपों की जांच में लोकायुक्त पुलिस के पास शुक्रवार को तीन अधिकारियों ने बयान दर्ज कराए हैं। वहीं अब लोकायुक्त पुलिस मौजूदा सीईओ संदीप सोनी को भी तलब करने जा रही है। ताकि जांच को सही तरीके से पूरा किया जा सके।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि यूडीए में कर्मचारी कोटे के आवंटन मामले में तीन अधिकारी सहायक यंत्री महेश गुप्ता, लेखा अधिकारी नानबाई जमरा और आडिटर ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। उन्होंने बताया कि अब यूडीए की पूरी प्रक्रियात्मक जानकारी हासिल करने के लिए यूडीए के सीईओ संदीप सोनी को बुलाया जाएगा। ताकि समझा जा सके कि प्लाट आवंटन की सही प्रक्रिया क्या है।
उन्होंने बताया कि सहायक यंत्री गुप्ता ने आवंटन पत्र पर अपने हस्ताक्षर नहीं होने की जानकारी दी है। हालांकि वे भी इस आवंटन समिति में थे। उनका तर्क था कि वे खाना खाने गए थे और कमेटी के बाकी सदस्यों ने प्लाट आवंटन करके हस्ताक्षर कर दिए थे। वहीं लेखा अधिकारी और आडिटर से पेमेंट जमा कराने और अन्य जानकारी हासिल की गई है। क्योंकि आवंटन के दौरान इन्होंने भी हस्ताक्षर किए थे।
उल्लेखनीय है कि मनीष यादव को कर्मचारी कोटे से मकान का आवंटन किया गया था। केसी पाटीदार ने दो आवेदन दिए थे। एक आवेदन कैंसिल कर दिया गया था। नियम के मुताबिक प्रत्येक आवेदन में प्रमाण पत्र अलगअ-अलग लगाना होता है। एक ही प्रमाण पत्र दो आवेदन में नहीं जमा कराया जा सकता है। सीईओ सोजान सिंह मामले में अपने बयान दर्ज करा चुके हैं।
पाटीदार को तीसरा नोटिस देकर बुलाएंगे
डीएसपी तालान ने बताया कि कार्यपालन यंत्री केसी पाटीदार और रिटायर हो चुके विनोद सिंघई बयान दर्ज कराने नहीं आए थे। पाटीदार को अब तीसरा नोटिस देकर बुलाया जाएगा।