उज्जैन, अग्निपथ। शिवराज सरकार ने प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। हर तरफ घोटाला किया जा रहा है। महाकाल लोक के भ्रष्टाचार की शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इस पर महाकाल ने ही हनुमान जी के माध्यम से भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। हनुमान जी ने फूंक मारी और पूरा मामला जनता के सामने आ गया। शिवराज सरकार और मंत्री यादव पर उज्जैन में धरना सभा को संबोधित करते हुए प्रतिपक्ष नेता गोविंद सिंह ने जमकर आरोप लगाए।
उन्होंने यहां तक कहा कि शिवराज सिंह भ्रष्टाचार की गंगोत्री है। शिवराज और मंत्री को उन्होंने चोर-चोर मौसेरे भाई की संज्ञा देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में दोनों ही शामिल हैं। यह खाने का सिलसिला पूरे प्रदेश में चला रहे हैं। मूर्तियों सप्त ऋषियों की टूटी है। इससे साफ हो गया कि सरकार किस तरह से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि महाकाल ज्योर्तिंगल की मान्यता पूरे देश में सबसे ज्यादा है। महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। इससे भाजपा सरकार की पोल खुल रही है। 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट कमलनाथ सरकार ने बनाया था। शिवराज सिंह ने इसे 800 करोड़ कर दिया। घोटाला करने और झूठ बोलने में शिवराज सिंह को गोल्ड मैडल मिल सकता है। उन्होंने मंच से शिवराज सिंह और मंत्री मोहन यादव को चोर-चोर मैसेरे भाई की संज्ञा दे दी।
हालांकि वे बाद में प्रेस कांफ्रेस में अपने बयान से पलट गए थे और कहने लगे व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाते हैं। सभा को विधायक महेश परमार, विधायक रामलाल मालवीय, सत्यनारायण पंवार, कांग्रेस नेता रवि राय, ठाकुर अजीत सिंह, तराना के गंगा सिंह, महिदपुर के रणछोड़ त्रिवेदी, राजेंद्र वशिष्ठ, रवि भदौरिया, माया त्रिवेदी, सपना सांखला, कमल पटेल, अनंत नारायण मीणा, नाना तिलकर, रवि शुक्ला, भरतशंकर जोशी, विक्की यादव, आदि ने संबोधित किया। मंच पर अशोक भाटी, करण कुमारिया, सुदर्शन गोयल, डॉ जितेंद्र परमार आदि मौजूद थे।
चार लाख में बनी मूर्तियों के 11 लाख दिए
प्रतिपक्ष नेता सिंह ने आरोप लगाया कि उज्जैन में एक कंपनी चार लाख में मूर्तियां बनाती है और वही कंपनी जब महाकाल लोक में बनाती है तो 15 लाख रुपए में बनाती है। भ्रष्टाचार की गंगा शिवराज सिंह के मकान से बह रही है।
चार महीने बाद कलेक्टर भी चरण चुंबन करेंगे
गोविंद सिंह ने कहा कि कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम भी देर से उज्जैन में आए हैं तो वे भी भ्रष्टाचार में शामिल हैं। उन्होंने हादसे के बाद कहा था कि कुछ नहीं हुआ, हवा में मूर्तियां गिर गई हैं। उन्होंने कहा चार महीने रुक जाएं। ये कलेक्टर भी कांग्रेस नेताओं के चरण चुंबन करेंगे।
भाजपा नेताओं को उस जेल में भेजेंगे, जहां मच्छर ज्यादा होंगे
गोविंद सिंह ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकाल मंदिर की जमीन भारत माता के नाम पर आरएसएस ने कब्जा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी ने जो पाप किए हैं उसकी सजा उनको दी जाएगी। सभी को जेल भेजने का काम किया जाएगा। ऐसे जेल में भेजेंगे, जहां पर मच्छर ज्यादा हों।
उन्होंने आरएसएस की तुलना रावण से करते हुए कहा कि रावण के सिर बताए जाते थे, परन्तु आरएसएस की 150 शाखाएं हैं। उन्हें आरएसएस पर टिप्पणी करने से रोका जाता है। परन्तु इसमें राजनीतिक काम किया जाता है। भारत माता मंदिर में भी राजनीति काम होता है। तीन -तीन हजार में होटल के कमरे बुक किए जाते हैं।
भाजपा नेताओं की जमीन भी जब्त करेंगे, केस भी दर्ज करेंगे
गोविंद सिंह ने कहा कि मंत्री यादव ने 500 बीघा जमीन अपने परिवार के नाम की सिंहस्थ की मुक्त करा ली है। दो अरब का घोटाला किया है। टूटी साइकिल से भाजपा के लोग प्लेन में चलने लगे हैं। इनके घर में कौन सी मशीन लगी है जो नोट बनाती है। जबकि हम आज भी वैसे ही हैं। भगवान को ठगने वाले चार माह बाद उज्जैन की गलियों में चप्पलें चटकाएंगे। आपको विधायक लूटने के लिए नहीं बनाया है। कांग्रेस की सरकार बनने पर जमीन भी जब्त करेंगे और केस भी दर्ज करेंगे।
विधायक रामलाल बोले-मंत्री यादव से मैं नहीं डरता
प्रतिपक्ष नेता की प्रेस कांफ्रेंस में विधायकों से सवाल किया गया कि केवल महेश परमार ही मंत्री मोहन यादव के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे हैं। बाकी विधायक कुछ भी नहीं बोलते हैं। इस पर वहां मौजूद विधायक रामलाल ने कहा कि वे मंत्री यादव से नहीं डरते हैं। उनके खिलाफ विधानसभा में कई सवाल लगा चुके हैं। इसकी जानकारी नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को भी है।
सर्किट हाउस में पटेल को फटकारा वशिष्ठ ने
शनिवार सुबह सर्किट हाउस पर प्रतिपक्ष नेता गोविंद सिंह के सामने ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष पटेल पर गुटबाजी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राजेंद्र वशिष्ठ ने जमकर फटकारा। उन्होंने कहा कि आपने पूरे कार्यक्रम की सूचना सभी को नहीं दी। इससे अधिकांश कांग्रेस कार्यकर्ता सभा स्थल पर नहीं पहुंच पाएंगे। जबकि आपको सभी लोगों को सूचना देने की जि मेदारी दी गई थी। बताया जाता है कि कमल पटेल ग्रामीण इलाके में भी इसी तरह की गुटबाजी करते हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर कांग्रेस नेता उनसे नाराज चल रहे हैं।
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