नगर निगम वन विभाग के साथ पर्यावरण प्रेमियों ने बचाई सैकड़ों बगुले की जान
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार रात नानाखेड़ा में एक पेड़ गिर गया। यह पेड़ एक हजार से अधिक बगुले ( पक्षियों ) रहते है। पेड़ के गिरने की सुचना पर पहुंची निगम की जेसीबी का पता चलते ही पर्यावरण प्रेमी परिवार के सदस्यों ने वहां पहुंचकर जेसीबी को रुकवा दिया ताकि बड़ी संख्या में बगुले के बच्चे और अंडे नष्ट नहीं हो जाये। इसके बाद भी पेड़ गिरने की वजह से सैकड़ो अंडे गिरकर नष्ट हो गए।
दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के पेड़ और दीवारे गिरने लगी। ऐसा ही एक पेड़ नानाखेड़ा पेट्रोल पम्प के पास गिरा जो की वर्षो से सैकड़ो बगुले (पक्षियों ) का घर हुआ करता था। पेड़ गिरकर सडक़ पर आ गया। जिससे रास्ता बंद हो गया था। पेड़ के गिरने से उससे कई पक्षियों की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में अंडे नीचे गिरकर नष्ट हो गए। तत्काल नगर निगम की जेसीबी पेड़ को हटाने पहुंची लेकिन पर्यावरण प्रेमी परिवार के सदस्यों ने जेसीबी चालक को यह कहकर रोक दिया की पेड़ हटाने से कई पक्षियों की मौत हो सकती है। जिसके बाद जेसीबी को रवाना कर दिया गया।
मंगलवार को शुरू हुआ रेस्क्यू
पेड़ गिरने के बाद भी उस पर सैकड़ो पक्षी मौजूद थे उनके घोंसले भी सुरक्षित थे। जिसको लेकर पर्यावरण प्रेमी परिवार के गौरव मालपानी और प्रशांत शर्मा की टीम ने अल सुबह से अधिकारियो को फोन लगाया। जिस पर तत्काल उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और नगर निगम कमिश्नर रोशन सिंह ने संज्ञान लेते हुए नगर निगम और वन विभाग की टीम के अमले को भेजा और पक्षियों के बच्चे अंडे और घोसले को बचाने की मुहीम के तहत अंडे और पक्षियों को जाली में सुरक्षित रखा गया। इधर पक्षियों को नुकसान न हो। इसके लिए अगले 20 दिन तक पेड़ नहीं काटने का फैसला लिया है। हालांकि रोड पर आ रहे पेड़ की टहनियों साफ़ किया जा रहा है। जिससे आवागमन में असुविधा ना हो।