संयुक्तकर्मचारियों ने कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
नागदा, अग्निपथ। प्रभारी तहसीलदार की कार्यशैली से परेशान राजस्व निरीक्षक, प्रवाचक, पटवारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, जमादार, भृत्य, नगरपालिका के संयोजित कर्मचारी एवं कोटवारों ने आक्रोश व्याप्त है, बुधवार को आक्रोशित कर्मचारियों ने कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
तहसील कार्यालय में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार रेखा सचदेव की कार्यशैली से परेशान कर्मचारियों ने कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन एसडीएम आशुतोष गोस्वामी को सौंपा। ज्ञापन में बताया कि प्रभारी तहसीलदार दो माह से तहसील कार्यालय में पदस्थ है जो सुबह सात बजे से रात्रि साढ़े 10 बजे तक तहसील कार्यालय एवं उनके निवास स्थान पर बुलाया जाता है। बार बार फोन लगाकर जल्दी पहुंचने के लिए परेशान किया जाता है ,फोन पर ही नोटिस देने, निलंबित करने, वेतन रोकने, वेतन काटने की धमकी दी जाती है। जिससे तहसील के राजस्व निरीक्षक, प्रवाचक, पटवारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, जमादार, भृत्य, नगरपालिका के संयोजित कर्मचारी एवं कोटवार मानसिक रुप से प्रताडि़त हो रहे है ।
कर्मचारी अवसाद से ग्रसित हो रहे है वाहन चलाने में दुर्घटना की संभावना मेडम की जल्दी के कारण बनी रहती है। तहसील प्रकरणों एवं अन्य जानकारियों में इनके मन मुताबिक फॉमेट एवं तरीकों से पूर्ति की जाकर अनावश्यक रुप से कर्मचारियों को प्रताडि़त किया जा रहा है। तहसील के समस्त कर्मचारियों को आकस्मिक एवं अर्जित अवकाश ना देकर अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।
पटवारियों को राजस्व वसूली के लिए भी प्रताडि़त किया जा रहा है जबकि वसूली के अधिकार वसूली पटेल, स्थानीय निकाय, नायब नाजीर एवं स्वयं तहसीलदार को है वसूली के लिए पटवारियों को लिखित अधिकार दिए जाए या फिर प्रताडऩा बंद करें। तहसीलदार द्वारा पूर्व में पदस्थ रहे अधिकारियेां के लिए अभद्र भाषा का प्रयोया किया जाता है एवं वरिष्ठ अधिकारियों के लिए अशोभनय भाषा का प्रयोग किया जाता है। हर कर्मचारी अपने कार्यो एवं दायित्वों के लि बहन के लिए सजग एवं संदेव तत्पर है लेकिर हर दिवस आपातकाल जैसी परिस्थितियां उत्पन्न कर कार्य कराया जा रहा है जिससे राजस्व निरीक्षक, प्रवाचक, पटवारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, जमादार, भृत्य, नगरपालिका के संयोजित कर्मचारी एवं कोटवारों राजस्व निरीक्षक, प्रवाचक, पटवारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, जमादार, भृत्य, नगरपालिका के संयोजित कर्मचारी एवं कोटवार में आक्रोश व्याप्त है।
मैं कर्मचारियों से काम ले रही हूं, जिससे उनके परेशानी हो रहा है। – रेखा सचदेव, प्रभारी तहसीलदार नागदा