केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन होने वाला है। एक लंबे समय बाद कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन होगा। जो विरोध प्रदर्शन होना है वह सीधे-सीधे किसानों से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस के लिए यह प्रदर्शन काफी मायने रखता है। जिला मुख्यालय पर यह प्रदर्शन होना है।
कांग्रेस द्वारा घोषणा की जा रही है कि बड़ी संख्या में किसान इस आंदोलन में रहने वाले हैं। वर्तमान में जिले की 7 विधानसभा में से 4 पर कांग्रेस के विधायक हैं और यह चारों ही विधायक ग्रामीण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इस कारण कांग्रेस के लिए यह प्रदर्शन प्रतिष्ठा का प्रश्न हो जाता है। एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार लगातार कृषि कानून के फायदे गिना रही हैं।
केंद्र सरकार द्वारा लगातार आंदोलन करने वाले किसानों से वार्ता की जा रही है। किसान संगठन और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी पूरे मामले में दखल देते हुए एक कमेटी बना दी है। ऐसे में मध्य प्रदेश के किसानों का क्या रुख रहेगा। यह आंदोलन से पता चल जाएगा। आज का प्रदर्शन कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा साबित करने वाला रहने वाला है।