उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ रही है। श्रद्धालुओं को लड्डू काउंटरों पर प्रसाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। रविवार को तो हद हो गई। काउंटरों पर दोपहर 1 बजे तक श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद नहीं मिल पाया था। लड्डू प्रसाद की कमी का कारण बताने के लिए मंदिर का कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। रविवार को 30 हजार से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचे।
महाकाल मंदिर में 25 दिसंबर से लगातार भगवान महाकाल के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को नववर्ष होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़े थे। नववर्ष 1 जनवरी को तो रिकॉर्ड तोड़ 60 हजार के लगभग श्रद्धालु दर्शन को आए थे। इस दौरान 15 लाख से अधिक की लड्डू प्रसादी मंदिर के काउंटरों से बिकी थी। इसके बावजूद भी श्रद्धालु लड्डू प्रसादी का इंतजार करते रहे और उनको इसकी उपलब्धता नहीं हो पाई। तभी से लेकर आज दिनांक तक श्रद्धालुओं को सही तरह से लड्डू प्रसादी काउंटरों पर उपलब्ध नहीं हो पा रही है। मंदिर का कोई भी अधिकारी इसके पीछे का कारण बताने को तैयार नहीं है। रविवार होने के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और श्रद्धालुओं को सुबह से ही लड्डू प्रसादी नहीं मिल पाई थी।
दोपहर 1 बजे के बाद पहुंचा प्रसाद
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात से ही लड्डू प्रसाद काउंटरों पर उपलब्ध नहीं था। यही स्थिति रविवार सुबह से ही रही। मंदिर प्रांगण स्थित 2 और 4 नंबर काउंटर पर श्रद्धालु लाइन लगाकर खड़े होकर लड्डू आने का इंतजार करते रहे। यही हाल निर्गम गेट, वीआईपी गेट और शंख द्वारा स्थित काउंटरों पर भी रही। श्रद्धालुओं को जवाब देते-देते काउंटर कर्मी भी परेशान हो गए थे।
शंख द्वार से निर्गम गेट तक पहुंची लाइन
रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दर्शन को उमड़ी। दोपहर 1.30 बजे ही 28 हजार सीटों वाली ऑनलाइन बुकिंग अनुमति समाप्त हो गई थी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शंख द्वार से लेकर निर्गम गेट तक लगी हुई दिखाई दी। यही हाल मंदिर प्रांगण में दिखाई दिया। श्रद्धालुओं की लंबी कतार ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए लगी हुई दिखाई दी। वीआईपी गेट पर भी भारी भीड़ का सैलाब प्रवेश के लिए लगा हुआ था।
दो से अधिक बॉक्स देने पर हो रही किल्लत
जानकारी के अनुसार मंदिर के काउंटरों पर लाइन में लगे हुए श्रद्धालु 5 से 10 पैकेट खरीद कर ले जा रहे हैं। काउंटर कर्मियों द्वारा विरोध करने पर श्रद्धालु विवाद पर उतारू हो रहे हंै। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा काउंटर कर्मियों को एक श्रद्धालु को दो पैकेट से अधिक नहीं देने के निर्देश प्रदान किए गए हैं। वहीं एक अन्य जानकारी भी निकल कर सामने आई है। बताया जाता है कि लड्डू प्रसाद बनाने में लगने वाली सामग्री की कमी के कारण भी मंदिर के काउंटरों पर लड्डू प्रसादी की उपलब्धता सुचारू रूप से नहीं बन पाई है।