सुरक्षाकर्मियों से नाराज कावड़ यात्री महाकाल में धरने पर बैठे

अफसरों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली, जलाभिषेक कर कावड़ यात्री प्रसन्न

उज्जैन, (हरिओम राय)अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर में हाल ही में तैनात हुई नई क्रिस्टल कंपनी के सुरक्षाकर्मियों के बर्ताव से नाराज कावड़ यात्रियों ने मंगलवार दोपहर महाकाल मंदिर में धरना दे दिया। जैसे ही घटना की जानकारी मंदिर समिति तक पहुंची, तुरंत अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामला शांत करवाकर नाराज यात्रियों को संतुष्ट किया।

घटनाक्रम मंगलवार दोपहर का है। 15 वर्ष से लगातार सावन माह में महामंडलेश्वर ईश्वरानंदजी महाराज यानी श्री उत्तम स्वामीजी महाराज अपनी कावड़ यात्रा लेकर पहुंचे थे। मंदिर समिति ने कावड़ यात्रियों के मंदिर मेें प्रवेश की व्यवस्था सुगम दर्शन वाले मार्ग से होते हुए सभा मंडप और वहां से ही वीआईपी लाइन से दर्शन करवाने की थी। इसी बीच में जलाभिषेक पात्र भी चांदी द्वार के पास रखा था, जहां से कावड़ यात्री जलाभिषेक कर सकते थे।

सख्ती से कावड़ यात्री नाराज

मंगलवार को कावड़ यात्रा में शामिल करीब पांच हजार कावड़ यात्री मंदिर पहुंचे। इस दौरान कावड़ यात्री सामान्य दर्शनार्थियों की लाइन से होते हुए निगम गेट नवगृह मंदिर तक पहुंच गये। यहां पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा कावड़ यात्रियों को सभा मंडप तक पहुंचने की सलाह देने की बजाय उनका जलपात्र छीनकर डस्टबीन में फेंकना प्रारंभ कर दिया। सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि यहां से कोई भी सामान अंदर ले जाना मना है।

धरने पर बैठ गये कावड़ यात्री

सुरक्षाकर्मियों ने जब कावड़ यात्रियों के हाथों से सख्ती से जल पात्र छीनकर कचरे में फेंकना शुरू किया तो कावड़ यात्री नाराज हो गये और वहीं पर धरने पर बैठ गये। हंगामे की खबर जब मंदिर समिति के जिम्मेदारों को लगी तो अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। सभी कावड़ यात्रियों को उनके लिए तय मार्ग समझाकर उस मार्ग से उन्हें प्रवेश कराकर सभी मंडप तक लाकर जलाभिषेक करवाया गया।

चार नंबर गेट से प्रवेश करें कावड़ यात्री

मंदिर समिति प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कावड़ यात्रियों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। कावड़ यात्रियों ने मंदिर के द्वार क्रमांक 4 से प्रवेश कर विश्राम धाम होते हुए मंदिर परिसर स्थित सभामंडप पहुंचना चाहिए। यहां चांदी द्वार पर लगे अभिषेक पात्र में श्री महाकालेश्वर भगवान को जल अर्पित करने और गणेशमंडपम् के बैरिकेट से दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है।

बुधवार को 22 हजार लोगों ने किये भस्मारती में दर्शन

बुधवार 05 जुलाई को श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्मारती में लगभग 22 हज़ार भक्तो ने दर्शन किये। आगंतुक श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा व्यापक व्यवस्थाए की गई है।

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